प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री-डॉ. नरोत्तम मिश्रा एवं ऊर्जा मंत्री व कोविड प्रभारी प्रद्युम्न सिंह तोमर को MPCCI ने लिखा पत्र
MPCCI अध्यक्ष-विजय गोयल, संयुक्त अध्यक्ष-प्रशांत गंगवाल, उपाध्यक्ष-पारस जैन, मानसेवी सचिव-डॉ. प्रवीण अग्रवाल, मानसेवी संयुक्त सचिव-ब्रजेश गोयल एवं कोषाध्यक्ष-वसंत अग्रवाल द्बारा प्रेस को जारी विज्ञप्ति में अवगत कराया गया है कि मॉल, जिम, कोचिंग क्लासेज, मैरिज गार्डन और सिनेमाघर गत वर्ष हुए लॉकडाउन में काफी लंबे समय तक बंद रहे और विगत अप्रैल माह में लगे लॉकडाउन में इन गतिविधियों को पुन: लॉक कर दिया गया था जो कि आज दिनांक तक नहीं खुल सके हैं इनसे से जुड़े कारोबारी एवं इसमें कार्य करने वाले लाखों कर्मचारियों की आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है और यदि शीघ्र ही इन्हें नहीं खोला गया तो यह कारोबार समाप्त हो जायेंगे और इनसे जुड़े लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच जायेंगे।
MPCCI ने पत्र में उल्लेख किया है कि मॉल के सभी दुकानदार एवं स्टाफ को वैक्सीन लगवाकर उन्हें खोला जा सकता है मॉल में केवल उन्हीं लोगों को एंट्री दी जायेगी, जिन्हें वैक्सीन लगी हो, यह शर्त भी लगाई जा सकती है, लेकिन मॉल को शीघ्र ही खोले जाने की अनुमति दी जाना चाहिए ताकि मॉल से जुड़े कारोबारियों एवं उनमें कार्यरत लोगों की आजीविका चल सके इसी प्रकार जिम में आने वाले लोगों को भी वैक्सीन लगे होने की अनिवार्यता के साथ प्रारंभ किया जाना चाहिए वहीं विवाह समारोह हेतु अधिकतम 100 लोगों की अनुमति दी जाए साथ ही, मैरिज गार्डन को उसकी 30% क्षमता के उपयोग की अनुमति दी जाना चाहिए ताकि लोग मैरिज गार्डन से विवाह समारोह सम्पन्न कर सकें मैरिज गार्डन में सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य मानकों का आसानी से पालन किया जा सकता है सिनेमाघर जो कि विगत वर्ष से लगभग बंद हैं, उन्हें कोविड मानकों का पालन करते हुए 50% क्षमता के साथ खोल जाए कोचिंग क्लासेस बंद होने से विद्यार्थियों की पढाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, कोचिंग क्लासेस में भी विद्यार्थियों को वैक्सीन लगे होने की अनिवार्यता और क्षमता के 50% के साथ खोला जाए।
MPCCI ने पत्र के माध्यम से मांग की है कि आगामी 15 जून को शासन स्तर पर जारी होने वाली गाइडलाइन में मॉल, जिम, कोचिंग क्लासेज, मैरिज गार्ड, सिनेमाघर को प्राथमिकता के साथ खोला जाए क्योंकि इस कारोबार पर कोरोना संक्रमण के चलते बहुत अधिक आर्थिक मार पड़ी है इसलिए अब इनके साथ भी न्याय किया जाए, ताकि इस कारोबार से जुड़े लाखों लोग एवं उनके परिवारजन अपना जीवनयापन कर सकें ओर यदि अब भी इन्हें अनुमति नही दी गई तो इस वर्ग के साथ एक बड़ा वज्रपात होगा और यह लोग टूट जाएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें