पीएम मोदी नेे संबोधन में भी कहा:
कोरोना महामारी के दौरान उम्मीद की किरण बन रहा योग
डॉक्टरों और मरीजों ने अपनी सुरक्षा के लिए योग को बनाया जरिया
योग बीमारी की जड़ तक ले जाता है और इससे आत्मबल मिलता है
योग नकारात्मकता से रचनात्मकता और स्ट्रेस से स्ट्रेंथ की ओर लेकर जाता है
किसी स्थान, परिस्थिति या इंसान के लिए योग के पास समाधान है
पूरे विश्व के लिए योग को सुलभ हो, इसी उद्देश्य से यूएन और डब्ल्यूएचओ के साथ मिलकर उठाया कदम
कोरोना काल में मरीजों को सांस संबंधी योग जैसे प्राणायाम, अनुलोम-विलोम कराए गए
मेडिकल साइंस इलाज के साथ-साथ हीलिंग पर भी जोर देता है और योग इस प्रक्रिया में मदद करता है
अब दुनिया को एम-योगा एप की शक्ति मिलने जा रही है, एप में योग प्रशिक्षण वीडियो होंगी
इस एप को कॉमन योगा प्रोटोकॉल होगा और इस एप में वीडियो अलग-अलग भाषा में उपलब्ध होंगी
जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तो उसके पीछे यही भावना थी कि यह योग विज्ञान पूरे विश्व के लिए सुलभ हो।
आज इस दिशा में भारत ने संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
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