शासकीय सेवा में जो आया है उसे निर्धारित समय के बाद सेवानिवृत्त भी होना है। सेवानिवृत्ति का अर्थ यह नहीं है कि वह काम से फ्री हो गया है। यह केवल एक पड़ाव है। इसके आगे और काम बाकी हैं। शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद भी सक्रिय रहकर अपने जीवन को और बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करते रहना चाहिए। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में सेवानिवृत्ति पर विदाई समारोह में यह बात कही।
कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित विदाई समारोह में चार कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने पर शॉल-श्रीफल से सम्मानित कर सम्मानपूर्वक विदाई दी गई। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत श्री किशोर कान्याल, अपर कलेक्टर श्री आशीष तिवारी, एडीएम श्री टी एन सिंह, श्री रिंकेश वैश्य सहित सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों के परिजन भी शामिल हुए।कलेक्टर श्री सिंह ने सेवानिवृत्त हुए सभी कर्मचारियों से कहा कि उन्होंने जीवन का बहुत बड़ा भाग शासकीय सेवा में कार्य करते हुए गुजारा है। सेवानिवृत्ति के पश्चात भी शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों का परिवार उनके साथ है। जब भी कोई जरूरत होगी तो उनकी हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि क्रिकेट खेल की तरह उनके जीवन की एक पारी समाप्त हुई है। दूसरी पारी का खेल अभी बाकी है। सभी सेवानिवृत्त कर्मचारी अपनी दूसरी पारी में भी बेहतर प्रदर्शन करें और अपने जीवन को बेहतर बनाएँ।
कार्यक्रम में सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों को शॉल-श्रीफल भेंट का सम्मानित किया गया और उन्हें स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए। जिन कर्मचारियों की आज सेवानिवृत्ति हुई है उनमें श्री विनोद राव मांडरे, श्री शिवकुमार मिश्रा, श्री भवर सिंह एवं श्री राधेश्याम शामिल हैं।
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