कोविड-19 एवं बाढ़ आपदा से निपटने के लिये सभी का सहयोग जरूरी – कमिश्नर आशीष सक्सेना

 गूगल मीट के माध्यम से संभागीय अधिकारियों को पूरा सहयोग करने के दिए निर्देश 

रविकांत दुबे AD News 24

ग्वालियर / संभागीय कमिश्नर श्री आशीष सक्सेना ने कहा है कि वर्तमान में हम दो तरह की आपदा में फँसे हुए हैं। एक ओर कोविड-19 महामारी चल रही है तो दूसरी ओर ग्वालियर एवं चंबल संभाग में बाढ़ ने भी तबाही मचाई है। ऐसी स्थिति में सभी को अपना-अपना योगदान देना चाहिए। सभी के सहयोग से ही हम इन आपदाओं से निपट सकेंगे। उन्होंने सभी विभागों के संभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उनके अधीनस्थ कर्मचारी आपदाओं से निपटने में अपना पूरा योगदान दें। यह निर्देश उन्होंने आज गूगल मीट के माध्यम से ग्वालियर एवं चंबल संभागों के संभागीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए दिए। गूगल मीट में उन्होंने प्रमुख रूप से तीन बिंदुओं पर सहयोग देने के निर्देश संभागीय अधिकारियों को दिए। 

कमिश्नर श्री सक्सेना ने वैश्विक महामारी कोविड-19 के संबंध में निर्देश दिए कि सभी कर्मचारी स्वयं भी सहयोग करें एवं जन सहयोग प्राप्त करें और कोविड-19 महामारी के प्रति सावधानी बनाए रखने के लिये लोगों को जागरूक करें। सर्दी, खाँसी, बुखार होने पर जाँच कराई जाए, दवाई लें। इसके अलावा सभी लोग टीकाकरण अवश्य करवाएँ। हरियाली के संबंध में उन्होंने निर्देश दिए कि ग्वालियर एवं चंबल संभागों में वृक्षारोपण की दिशा में अच्छा कार्य हुआ है, लेकिन इस कार्य को अभी जारी रखना है तथा अंतिम सोपान तक वृक्षारोपण के कार्य को पहुँचाना है। बाढ़ आने से पहले तक ग्वालियर एवं चंबल संभाग वृक्षारोपण के मामले में अन्य संभागों से आगे चल रहे थे। लेकिन बाढ़ आपदा के कारण यह कार्य कुछ धीमा हो गया। फलस्वरूप अन्य संभाग हमारी बराबरी करने लगे हैं। अब हमें वृक्षारोपण की ओर भी विशेष ध्यान देना है और अन्य संभागों से ग्वालियर-चंबल संभाग को वृक्षारोपण में आगे रखना है। 

संभागीय कमिश्नर श्री आशीष सक्सेना ने बाढ़ आपदा के संबंध में निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राजस्व विभाग के अलावा अन्य विभागों के कर्मचारी भी जिला प्रशासन का सहयोग करें एवं राहत कार्यों से संबंधित यदि कोई समस्या है तो उसे जिला प्रशासन के संज्ञान में लाया जाए, ताकि आवश्यक कदम उठाए जा सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि सहायता राशि वितरण में पूर्ण पारदर्शिता रखी जाए एवं इसकी जानकारी सभी को रहे, ऐसे प्रयास किए जाएं। राजस्व पुस्तक परिपत्र 6 – 4 के नियमों की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को दी जाए। अंतरविभागीय समन्वय के संबंध में उन्होंने निर्देश दिए कि किसी कार्य में अन्य किसी विभाग का सहयोग किसी अधिकारी को चाहिए तो बताएँ एवं आपस में समन्वय बनाए रखें। इसी प्रकार बिजली उपलब्धता की जानकारी भी देते रहें, ताकि बिजली संबंधी कमी को ठीक कराया जा सके। साथ ही पेयजल की समस्याओं से भी अवगत कराते रहें। उन्होंने गूगल मीट में शामिल सभी संभागीय अधिकारियों के सुझाव भी लिए। 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Featured Post

वन विभाग जतारा ने सुअर के शिकार में फरार आरोपी को टीकमगढ़ से किया गिरफ्तार

  टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार  टीकमगढ़:- विदित हो कि वन परिक्षेत्र जतारा अन्तर्गत दिनांक 28/08/2024 को बीट हरपुरा के चतुरकारी गांव मे...