क्रेन हादसे में मृत निगम कर्मियों के परिजनों को 72 घण्टे में मिला पीएफ पेंशन का सहारा

 रविकांत दुबे AD News 24

ग्वालियर। बाड़ा में हुए क्रेन हादसे में मृत नगर निगम के दो ठेका कर्मियों के परिजनों को 72 घण्टों के अन्दर पीएफ पेंशन और बीमा लाभ का भुगतान ईपीएफओ द्वारा किया गया। मीडिया में वायरल खबरों को विभाग ने स्वयं संज्ञान में लिया और मृतक के परिजनों और नगर निगम से संपर्क कर उनके देयकों का भुगतान करवाया।

    कार्यालय के सहायक भविष्य निधि आयुक्त मुकेश सारस्वत को इस केस की जानकारी लगी तो उन्होने मप्र एवं छग  अंचल के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त   अजय मेहरा के संज्ञान में लाया। मेहरा ने विभाग के अधिकारियों को मृतक के परिजन से संपर्क कर तत्काल क्लेम सेटलमेंट के निर्देश दिए।
    इस हृदय विदारक घटना के बाद मृतक की बेवा से क्लेम फार्म भरवाना मुश्किल काम था। दावेदारों के बैंक खाते भी नही थे। ऐसे समय  सारस्वत ने धैर्य से कार्य लिया और परिजनों को ढॉडस बंधाते हुए दावा फार्म भरवा लिए।
    बैंक खाता की परेशानी पंजाब नेंशनल बैंक चेतकपुरी के मैनेजर आशुतोष बाजपेई ने दूर कर दी उन्होने मृतक के परिजनों के घर जाकर खाता खुलवाने की औपचारिकता पूरी की। नगर निगम के लेखा अधिकारी सतीश बंसल ने क्लेम फार्म के सत्यापन भी तत्काल कर दिया।
    सभी के समन्वित प्रयास से क्लेम फार्म जैसे ही पीएफ आफिस पहुंचा विभाग के लेखा अधिकारी पंकज सागरे, नरेन्द्र बाथम अनुभाग प्रभारी सुशील बान्द्रे ने प्रकरण का निपटान किया। स्व. प्रदीप राजोरिया की पत्नी श्रीमती हिमान्शी राजोरिया को पीएफ के 14130 स्पए  और बीमा लाभ के 550622 रूपए तथा स्व. कुलदीप सिंह डण्डोतिया की पत्नी श्रीमती पिंकी को पीएफ के 144415 स्पए  और बीमा लाभ के 7 लाख रूपए के अधिकार पत्र प्रदान किए गए।
आंचलिक कार्यालय भोपाल से मिलते रहे निर्देश
    इस पूरे घटनाक्रम में मप्र एवं छग के आंचलिक कार्यालय के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त सतत सम्पर्क में बने रहे एवं लगातार ग्वालियर पीएफ कमिश्नर जैल सिंह मीणा और टीम को निद्रेश देते रहे। इस सम्बन्ध में  मेहरा ने बताया कि यह दुखद घटना थी एवं मृतक के परिजनों को तत्काल मदद की आवश्यकता थी। हमारा कार्यालय ”आपका आफिस आपके द्वार” की अवधारणा पर कार्य करता है। इस प्रकरण में हमारे द्वारा यही प्रयास किया गया।   

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Featured Post

अब चांदी ही चांदी ,मगर किसकी ?

  आज कोई पोलटिकल या कम्युनल बात नहीं होगी क्योंकि आज का मुद्दा तेजी से उछल रही चांदी है चांदी को रजत भी कहा जाता है।  रजतपट का नाम तो आपने स...