प्रभावित गाँवो में राहत सामग्री एवं सहायता वितरण का कार्य तेजी से हो -प्रभारी मंत्री

प्रभावित गाँवो में पेयजल, विद्युत की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए 
राहत वितरण के समय क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्यों को भी साथ में रखें 
प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने अधिकारियों की बैठक में दिए निर्देश 

 रविकांत दुबे AD News 24

ग्वालियर / प्रदेश के जल संसाधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि अति वर्षा से प्रभावित सभी गाँवों में राहत वितरण का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। शासन के प्रावधानों के अनुसार हर प्रभावित व्यक्ति को राहत सामग्री की उपलब्धता के साथ-साथ जो निर्धारित राशि है उसका वितरण भी तत्काल किया जाए। राहत सामग्री एवं राशि के वितरण के समय क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यगणों को भी साथ में रखा जाए। कोई भी प्रभावित व्यक्ति अथवा परिवार सहायता से वंचित नहीं रहना चाहिए। 

प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने शनिवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में विभागीय अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने जिले में प्रभावित 46 गाँवों में अब तक सर्वेक्षण के दौरान सामने आई स्थिति के संबंध में भी जानकारी ली। बैठक में ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, जिला पंचायत प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा यादव, पूर्व मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री श्रीमती इमरती देवी, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री कमल माखीजानी, क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य एवं पूर्व विधायक श्री रमेश अग्रवाल, श्री रामबरन सिंह, भाजपा के ग्रामीण जिला अध्यक्ष श्री कौशल शर्मा, श्री मोहन सिंह राठौर सहित संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना, आईजी ग्वालियर रेंज श्री अविनाश शर्मा, आईजी चंबल रेंज श्री सचिन अतुलकर, डीआईजी ग्वालियर श्री राजेश हिंगणकर, कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी, अपर कलेक्टर श्री आशीष तिवारी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। 

जल संसाधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि प्रभावित सभी गाँवों में संपत्ति को हुई क्षति का आंकलन भी तत्परता से पूरा किया जाए और प्रभावितों को नियमानुसार राहत राशि का वितरण हो। इसके पश्चात कृषि भूमि के सर्वेक्षण का कार्य भी शीघ्र किया जाए। प्रभावित परिवारों में जिनके पशुधन को नुकसान हुआ है उनको भी शासन की स्वीकृति के मान से सहायता राशि प्रदान की जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि सभी प्रभावित गाँवों में राहत सामग्री जिसमें खाद्यान्न एवं केरोसीन का वितरण किया जा रहा है, उसमें कोई भी प्रभावित न छूटे। 

प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अति वर्षा के कारण जो सड़कें खराब हुई हैं उसको तत्काल इस प्रकार से सुधारा जाए जिससे यातायात प्रारंभ हो सके। जिन छोटी-छोटी पुलियाओं पर भी सुधार का कार्य किया जा सकता है उन्हें तत्काल सुधारने की कार्रवाई की जाए। मंत्री श्री सिलावट ने बताया कि जल संसाधन विभाग का पूरा अमला प्रभावित जिलों में तालाबों, डैमों, आदि में हुए नुकसान का आंकलन कर रहा है, जिनके सुधार का कार्य भी विभाग की ओर से तत्परता से किया जाएगा। भितरवार क्षेत्र के प्रभावित गाँव जो नदी से लगे हुए हैं उन्हें अगर जरूरी हो तो वैकल्पिक स्थान भी उपलब्ध कराया जाए। 

प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने बैठक में निर्देशित किया है कि सभी प्रभावित गाँवों में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। पेयजल के सभी स्त्रोतों के शुद्धिकरण का कार्य तत्काल विभागीय स्तर पर कराया जाए। इसके साथ ही सभी गाँवों में नियमित विद्युत आपूर्ति हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए। विद्युत विभाग के माध्यम से जो भी सुधार के कार्य किया जाना है उसे तेजी के साथ पूरा किया जाए। विद्युत की आपूर्ति बाधित नहीं होना चाहिए। 

प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि सभी प्रभावित गाँवों में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से गाँव के सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। परीक्षण के दौरान अगर किसी को भी दवा की आवश्यकता है तो उसे दवाएँ भी वितरित की जाएँ। स्वास्थ्य शिविरों का फोलोअप शिविर भी सभी गाँवों में लगे, इसका कार्यक्रम निर्धारित कर ग्रामीणों को उसकी जानकारी दी जाए। 

संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने ग्वालियर जिले के प्रभावित गाँवो में सर्वेक्षण, राहत वितरण के संबंध में जानकारी देने के साथ ही ग्वालियर-चंबल संभाग के प्रभावित गाँवों में की जा रही कार्रवाई से भी अवगत कराया। 

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बैठक में बताया कि ग्वालियर जिले में कुल 46 गाँव अतिवर्षा से प्रभावित हुए हैं। सभी प्रभावित गाँवों में प्रभावितों को 50 – 50 किलो खाद्यान्न के साथ ही 5 – 5 लीटर केरोसीन का वितरण कर दिया गया है। पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए मकानों एवं आंशिक रूप से प्रभावित हुए मकानों के लिए भी राहत राशि का वितरण किया जा रहा है। सभी गाँवों में सर्वेक्षण का कार्य अंतिम चरण में है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रभावित गाँवों में शासकीय भवनों को हुए नुकसान का भी आंकलन किया जा रहा है। इसके साथ ही सभी प्रभावित गाँवों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार भी किया जा रहा है।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Featured Post

23 अक्टूबर 2024, बुधवार का पंचांग

*सूर्योदय :-* 06:28 बजे   *सूर्यास्त :-* 17:42 बजे  *विक्रम संवत-2081* शाके-1946  *वी.नि.संवत- 2550*  *सूर्य -* सूर्यदक्षिणायन, उत्तर  गोल  ...