ग्वालियर। ग्वालियर की बडी गंगादास की शाला में 1857 की क्रांति में शहीद हुये पूज्य संतों की पावन स्मृति में 20 सितंबर से छह अक्टूबर तक गीता कथा अमृत, श्राद्ध तर्पण एवं चर्मरोग चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया है।
उक्त जानकारी आज पत्रकारों को देते हुये बडी गंगादास की शाला लक्ष्मीबाई कालोनी के महंत श्री धाम अयोध्या संरक्षक पूरण बैराठी पीठाधीश्वर स्वामी रामसेवक दास , कथा व्यास भागवताचार्य संत गोपाल शरण महाराज एवं रामबाबू कटारे ने बताया कि 20 सितंबर सोमवार पूर्णिमा से छह अक्टूबर बुधवार अमावश्या तक दोपहर एक बजे से चार बजे तक प्रतिदिन गीता पाठ व श्राद्ध तर्पण किया जायेगा। इसी के साथ प्रात: 8 से 10 बजे तक ब्राह्मण भोजन , 11.30 से 12.30 बजे तक चर्मरोग चिकित्सा शिविर आयोजित होगा। इस चिकित्सा शिविर में तीन दिनों के लिये दवा भी निशुल्क प्रदान की जायेगी। उन्होंने बताया कि कथा व्यास भागवताचार्य संत गोपाल शरण महाराज द्वारा श्रीमद भागवत कथा श्रवण कराई जायेगी। उन्होने बताया कि इसमें मुख्य यजमान मप्र शासन के मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर होंगे। उन्होंने बताया कि गीता कथाअमृत, श्राद्ध तर्पण तथा चर्म रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन 1857 में शहीद हुये 745 संतों की पावन स्मृति में किया जा रहा है।
ज्ञातव्य हो कि 1857 की क्रांति में ग्वालियर की धरा पर वीरांगना लक्ष्मीबाई की रक्षा में बडी गंगादास की शाला के 745 संतों ने 17 जून 1858 को देश सेवा में अपना बलिदान दिया था। उन्हीं संतों को श्रद्धाजंलि देने श्राद्ध महापर्व में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। गंगादास की शाला लक्ष्मीबाई कालोनी के महंत श्री धाम अयोध्या संरक्षक पूरण बैराठी पीठाधीश्वर स्वामी रामसेवक दास ने सभी भक्तों से इन सभी कार्यक्रमों मं शामिल होने का अनुरोध किया है। वहीं अपने पूर्वजों की स्मृति में पुण्यतिथि पर गीता पाठ , श्राद्ध तर्पण कराना चाहता है तो वह आश्रम आकर संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कथा के यजमान डॉ. मनु शर्मा , राजेश शर्मा हैं।
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