75 वर्षीय बुजुर्ग मां ने संघर्षों के बाद वेकिसिन लगवाकर दिया उन युवाओं को संदेश जो अभी तक पहला डोज लगाने से बच रहे है
आज गोमती सेन नाम की 1947 में जन्मी बुजुर्ग महिला चेम्बर ऑफ कॉमर्स वेक्सीन लगवाने पहुंची वहां व्यवस्था में सहयोग कर रहे श्री अंकुर अग्रवाल जी के संपर्क में आई तो पता चला कि उसके पास मोबाइल नम्बर नही है और परिवार में कोई नही है इसलिए किसी ओर का भी मोबाइल नम्बर नही है लेकिन बिना मोबाइल नम्बर के वेकिसिन कैसे लगे यह सवाल था तब अंकुर अग्रवाल ने यह बात मानसेवी सचिव डॉ प्रवीण अग्रवाल को बताई तो डॉ अग्रवाल उस बुजुर्ग मा के पास गए और पूछा कि तुम्हारे साथ कोई परिवार का व्यक्ति क्यो साथ नही है जबकि आप चल भी नही पा रही हो तब उसने बताया कि वह वेकिसिन लगवाने के लिए कई दिनों से कई सेंटर पर चक्कर लगा चुकी है लेकिन मोबाइल नही होने के कारण कोई वेक्सीन नही लगा रहा है डॉ अग्रवाल ने जब परिवार के बारे में पूछा तो वह बुजुर्ग मा के आंखों में आंसू थे उन्होंने बताया कि जब वह 25 वर्ष की थी तब खाली हाथ (विधवा) हो गई थी तब उसके माता पिता ग्वालियर ले आये थे तब से वह यही रह रही है अब माता पिता भी नही रहे तो वह अकेली पड़ गई नए बाजार के एक व्यवसायी ने उसको संरक्षण दे रखा है तो उसका जीवन चल रहा है ओर वह मोबाइल वगेरह नही जानती है
इस पर डॉ अग्रवाल ने अपना मोबाइल नम्बर से उस बुजुर्ग मां का आधार कार्ड से रजिस्ट्रेशन कर उसे कोवेक्सिन का पहला डोज लगवाया ओर सरिटीफिकेट भी निकलवा कर उपलब्ध करवाया और एक कागज पर मोबाइल नम्बर भी लिख कर दिया जिससे उसको वेक्सीन लगाई गई थी वेक्सीन लगने के बाद पानी आदि पिलाकर उसे ऑटो से उसके घर तक भी छुड़वाने का कार्य किया
आज चेम्बर में शहर में सबसे ज्यादा 702 लोगो को वेक्सीन लगाई गई कल भी वेक्सिनेशन होगा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें