रविकांत दुबे AD News 24
ग्वालियर। किला स्थित गुरुद्वारा दाताबंदी छोड़ के 400 वर्ष पूरे होने पर चल रहे तीन दिवसीय महोत्सव में मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुुंचे हैं। गुरुद्वारा पहुंचकर सबसे पहले केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने गुरु के दरबार में मत्था टेक कर आशीर्वाद लिया। संगतों से मुलाकात की।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया बोले कि जब भी 400 साल पुराने गुरु गोबिंद सिंह जी के 52 राजाओं को मुक्त कराने की घटना का दृश्य देखता हूं, तो भावुक हो जाता हूं। आयोजन के संबंध में कहा कि यह बहुत ऐतिहासिक पर्व है। ग्वालियर, सिख समाज के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के लिए बड़ा आयोजन है।
समारोह के पहले ही दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आने का कार्यक्रम था, लेकिन किन्ही कारणों के चलते मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री का आना रद्द हो गया था। पर महोत्सव के दूसरे दिन मंगलवार सुबह अचानक 4 बजे केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कार्यक्रम आया कि वह 8.30 बजे ग्वालियर पहुंच रहे हैं और सीधे वहां से गुरुद्वारा दाताबंदी छोड़ पहुंचेंगे। इसके बाद कार्यक्रम स्थल पर भी हलचल मच गई। जल्दी-जल्दी सिंधिया के आगमन की तैयारियां पूरी कर ली गईं।
सुबह 9 बजे केन्द्रीय मंत्री सिंधिया गुरुद्वारा पहुंचे। उस समय गुरु ग्रंथ साहिब पाठ किया जा रहा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरु ग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेका और गुरु का आशीर्वाद लिया। इसके बाद वहां बाहर से आई संगतों से मुलाकात की।
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुद्वारा में मत्था टेकने के बाद कोविड के बीच इतना बड़ा और व्यवस्थित आयोजन करने पर सिख समाज की तारीफ की। वह बोले यहां वैक्सीन लगाई जा रही है बिना मास्क के किसी को एन्ट्री नहीं दी जा रही है। इस तरह का कार्यक्रम करवाना ही अपने आप में तारीफ के काबिल हैं। इसके आलावा सिंधिया ने कहा है कि यह ऐतिहासिक कार्यक्रम है। यह ग्वालियर के लिए गौरव है। इसलिए ही मैं यहां आया हूं अपना सौभाग्य मानता हूं। साथ ही इस आयोजन के लिए सभी सिख समाज के भाई बहन को बधाई।
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