खप्पर योग के प्रभाव किसी भी मायने में ज्योतिष की दृष्टि में अच्छे नहीं कहे गए हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने पंचांग के अध्ययन से बताया कि मार्गशीर्ष कृष्ण अमावस्या 4 दिसंबर शनिवार से माघ कृष्ण अमावस्या 1 फरवरी मंगलवार तक 2 माह के लिए खप्पर योग शनि अमावस्या से बन रहा है ।
इस योग में मार्गशीर्ष अमावस्या शनिवारी होगी जो 4 दिसंबर को है इस दिन भूमंडल पर खग्रास सूर्यग्रहण भी है। लगातार दूसरी अमावस्या 2 जनवरी रविवार 2022 के दिन हैं । लगातार तीसरी अमावस्या 1 फरवरी 2022 मंगलवार के दिन है। इस प्रकार 3 अमावस्या लगातार शनिवारी, रविवारी, और मंगलवारी पढ़ने से खप्पर योग का निर्माण हो रहा है। जिसे ज्योतिष की दृष्टि में अच्छा नहीं माना जाता इसके साथ ही मार्गशीर्ष माह में पांच शनिवार और पांच रविवार होने से भी ग्रह हालात अच्छे नहीं हैं।
दिसंबर एवं जनवरी के माह में मौसम बेहद खराब रहेगा अतिवृष्टि, ओलावृष्टि,कोहरा, पाला,तूफान से फसलों को भारी हनी के योग हैं एवं प्राकृतिक आपदा भी बनेंगी। सोना, चांदी, तेल ,रुई और बाजार की वस्तुओं में महंगाई और बढ़ेगी। किसी नेता के लिए समय अच्छा नहीं है।
सीमा पर फिर तनातनी,आतंकवाद बढ़ेगा,शासन की परेशानी बनेगी। अचानक किसी राज्य की सरकार पलट सकती है। 15 जनवरी से 10 फरवरी के बीच कोहरा, ठंड, पाला , ओले से जन धन हानि के योग हैं। एवं दूर-दूर तक फसलों को नुकसान हो सकता है।
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