ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने जानकारी देते हुये कहा कि 04 दिसम्बर शनिवार को भूमण्डल पर खग्रास सूर्य ग्रहण पड़ेगा।
भारतीय समय अनुसार सूर्य ग्रहण 10:59 पर सम्मीलन 12:30 पर ग्रहण का मध्य 1:00 बज कर 3:00 मिनट पर दोपहर, ग्रहण का उन्मीलन 1:36 पर तथा ग्रहण का मोक्ष 3:07 पर दोपहर होगा । ग्रहण का परम ग्रास 1.0 36 होगा। भारत में खग्रास सूर्यग्रहण मार्गशीर्ष कृष्ण अमावस्या शनिवार दिनांक 4 दिसंबर 2021 को वृश्चिक राशि में खग्रास सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।अतः धार्मिक दृष्टि से सूतक/वेध आदि दोष भारत में मान्य नहीं है ।
भूमंडल पर यह खग्रास सूर्यग्रहण दक्षिण अफ्रीका, अंटार्टिका दक्षिण अटलांटिक भाग में दिखाई देगा। खग्रास आकृति अंटार्टिका में दिखाई देगी । खंडग्रास आकृति सेंटहेलेना, नामीबिया ,लेसोथो, दक्षिण अफ्रीका दक्षिण जार्जिया, फ्रांस, अंटार्टिका, फाकलैंड, आइसलैंड ,चिल्ली, न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा।
भूमण्डल पर यह सूर्य ग्रहण 2021 का आखरी ग्रहण है।यह भी दिखाई नही दे रहा न ही इस ग्रहण का कोई धार्मिक सूतक/वेध दोष मान्य होगा न ही राशियों पर अच्छा बुरा प्रभाव दिखायेगा इसलिए इस ग्रहण के प्रभाव से
घबड़ाने की कोई चिंता नहीं है।
श्री जैन ने जानकारी में कहा कि भारत की भूमि पर 25 अक्टूबर 2022 को ही खण्डग्रास सूर्य ग्रहण पड़ेगा जो देखा जा सकेगा और अपना असर करेगा।
26 मई 2021 को भारत के भूमण्डल पर खग्रास चन्द्रग्रहण पड़ा था जिसने अपना असर दिखाया था। ग्रहण के प्रभाव सामान्यतः अच्छे नहीं कहे गये है।
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