निर्माण कार्यों में ग्वालियर का ही पत्थर लगे इसके लिये विभागों को लिखेंगे पत्र
एक जिला-एक उत्पाद की बैठक सम्पन्न
ग्वालियर / ग्वालियर का स्टोन न केवल देश में बल्कि लगभग 47 देशों में एक्सपोर्ट होता है। जिले का लगभग 95 प्रतिशत स्टोन की सप्लाई विदेशों में है। यहाँ का पत्थर न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी अपनी अलग पहचान स्थापित कर चुका है। ग्वालियर स्टोन के एक्सपोर्ट हेतु हर संभव सहयोग किया जाएगा। एक जिला-एक उत्पाद के तहत ग्वालियर जिले में स्टोन को चिन्हांकित किया गया है। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने मंगलवार को एक जिला-एक उत्पाद के तहत बैठक में यह बात कही।
कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ स्टोन पार्क के स्टोन कारोबारी उपस्थित थे। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा है कि ग्वालियर जिले में शासकीय विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों में ग्वालियर का ही पत्थर उपयोग हो, इसके लिये सभी विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखा जायेगा। ग्वालियर के निर्माण कार्यों में ग्वालियर के पत्थर का ही उपयोग हो, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा।
बैठक में स्टोन व्यवसाइयों ने बताया कि ग्वालियर जिले में पत्थर खदानों के लगभग 35 प्रकरण लंबित हैं, जिसकी स्वीकृति होने से पत्थर व्यवसाईयों को अच्छा और पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध होने लगेगा। कलेक्टर श्री सिंह ने खनिज अधिकारी को निर्देशित किया है कि खदानों की स्वीकृति का कार्य समय-सीमा में किया जाए। इसके लिये जिन विभागों की एनओसी लगती है, उन सबकी बैठक शीघ्र आयोजित की जाए, ताकि सभी विभागों की एनओसी प्राप्त की जा सके। जिन प्रकरणों में शासन की अनुमति अथवा विभाग की अनुमति आवश्यक है, उसकी पहल भी की जाए।
बैठक में स्टोन व्यवसाइयों की सुविधा हेतु ग्वालियर में स्टोन मंडी की स्थापना के प्रस्ताव की भी चर्चा की गई। इसके साथ ही स्टोन पार्क-2 के लिये भूमि आवंटन के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई। खनिज अधिकारी को सभी संभावनाओं को तलाशते हुए प्रस्ताव रखने के निर्देश दिए गए।
बैठक में स्टोन पार्क के व्यवसाइयों ने स्टोन पार्क की समस्याओं के संबंध में भी चर्चा की। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि शीघ्र ही स्टोन पार्क का अवलोकन किया जाएगा और जो भी छोटी-मोटी समस्यायें हैं, उनका निराकरण तत्परता से किया जाएगा।
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