सरस्वती शिशु मंदिर केदारपुर में स्वाधीनता का अमृत महोत्सव कार्यक्रम आयोजित

          


 भारतवर्ष के स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में दिनांक 11 नवंबर 2021 को आवासीय सरस्वती शिशु मंदिर केदारपुर ग्वालियर मध्य प्रदेश में स्वाधीनता का अमृत महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गयाl

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि  शिरोमणि दुबे, प्रादेशिक सचिव, सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान मध्य प्रदेश भोपाल , विशिष्ट अतिथि  राजेंद्र सिंह परमार ,प्रशिक्षण प्रमुख, मध्य भारत प्रांत, अवधेश त्यागी ,विभागीय समन्वयक ,ग्वालियर विभाग , केदार सिंह कौरव संस्था प्रबंधक एवं  संजय मकराडिया संस्था प्राचार्य, द्वारा स्वर्गीय डॉक्टर प्रकाश नारायण दीक्षित सेवानिवृत्त प्राध्यापक एवं हिंदी विभागाध्यक्ष जनता महाविद्यालय बकेवर इटावा (उत्तर प्रदेश )द्वारा रचित काव्य पुस्तकों (1)अर्चनांजलि (2)राष्ट्रीय स्वर (3)मंगल पथ (4)दोहावली(5) गीत मैं गाता रहूंगा (6)बूंद-बूंद मोती (7) गंगा स्तुति का विमोचन किया गयाl

इस अवसर पर मुख्य अतिथि  दुबे  द्वारा स्वर्गीय डॉक्टर दीक्षित जी के व्यक्तित्व एवं उनकी रचनाओं के बारे में उद्गार व्यक्त करते हुए कहा गया कि स्वर्गीय डॉक्टर दीक्षित जी बहुमुखी प्रतिभा के साथ बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी श्रेस्ठ दान दाता होने के साथ-साथ अजातशत्रु भी थे साहित्य की गद्य एवं पद्य दोनों ही विधाओं पर उनकी अच्छी पकड़ थी उनकी काव्य कृतियों में मानव जीवन एवं राष्ट्र के समस्त पक्षों को दृष्टि में रखते हुए मानव एवं राष्ट्र के सर्वांगीण विकास की भावना सर्वोपरि परिलक्षित होती है इस कार्यक्रम में उनके सभी परिजन भी उपस्थित रहे एवं उनके पुत्र श्री राजीव दीक्षित जी के द्वारा अपने पूजनीय पिताजी का संक्षिप्त जीवन परिचय बताया गया एवं उनकी सातों पुस्तकों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई l इसके बाद में  राजीव दीक्षित  द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सभी  अतिथियों एवं शिक्षकों का आभार व्यक्त किया गया अंत में  विजय दीक्षित प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल इंजीनियरिंग खेड़ापति कॉलोनी ग्वालियर के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त की गई जिनके कुशल मार्गदर्शन के कारण यह कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हुआ l

स्वर्गीय डॉक्टर प्रकाश नारायण दीक्षित जी की सातों पुस्तकों के मुद्रण में श्रीमती अरविंद तिवारी (पुत्री)  सुशील तिवारी (दामाद जी) पुणे, श्रीमती अरुणा शुक्ला (पुत्री) लखनऊ (उत्तर प्रदेश), श्रीमती उपमा शुक्ला( पुत्री) लखनऊ (उत्तर प्रदेश), श्रीमती तृप्ति शुक्ला (नातिन) दिल्ली का विशेष योगदान रहाl

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