व्यापार मेला संघ ने मेले के आयोजन को लेकर सिँधिया को सौंपा स्मरण पत्र

         रविकांत दुबे AD News 24 

   गत वर्ष कोरोना के चलते ग्वालियर व्यापार मेला बेहद जल्दबाजी और सीमित समय के लिए लगाया गया था जिसके चलते व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पडा था। लेकिन इस बार कोरोना का संक्रमण फिलहाल ग्वालियर में थम चुका है तो व्यापारियों को उम्मीद है कि मेला में अच्छा कारोबार होगा।

लेकिन मेले में अव्यवस्थाओं को लेकर व्यापारी वर्ग काफी चिंतित है दुकान आंवटन से लेकर साफ सफाई और अन्य तैयारियों को समय पर पूर्ण करवाने के लिए कुछ दिनों पर ग्वालियर व्यापार मेला संघ ने राज्यसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को ज्ञापन सौंपा था। उसी कडी में संघ ने आज ग्वालियर में पुनः सिंधिया को स्मरण पत्र सौंपा। जिसमें कहा गया है कि विगत वर्ष ग्वालियर व्यापार मेला कोरोना के कारण सिर्फ 27 दिन बाद ही खत्म कर दिया गया था  इस कारण मेला व्यापारियों को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा था। उस समय दिए आश्वासन के अनुरूप विगत वर्ष के दुकानों व लाइट के किराए को इस वर्ष 2021-22 के मेले में समायोजित किया जाए।वहीं मेला व्यापारी संघ के आग्रह पर सिंधिया ने ग्वालियर कलेक्टर को पूर्व में मेला परिसर की साफ सफाई एवं यहां अस्थायी सब्जीमंडी लगने से दुकानों को हुई क्षति का तत्काल संधारण करने के लिए निर्देशित किया था। उक्त निर्देशों का तत्काल पालन कराया जाए।

व्यापार संघ की मांग है कि हर साल ग्वालियर व्यापार मेला दिसंबर की 25 तारीख को शुरू किए जाने की परंपरा है। मेले की तैयारियों को गति देने एवं मेला आयोजन को अव्यवस्था,  मनमानी,  अवांछित हस्तक्षेप से निजात दिलाने के लिए ग्वालियर मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष का प्रभार तत्काल  ग्वालियर के संभागीय आयुक्त को सौंपा जाए ताकि मेला की तैयारियां सही दिशा में बढ़ें। मेला प्राधिकरण बोर्ड किसी भी सूरत में गठित न किया जाए, राजनीतिक नियुक्तियां थोपने के बजाए संभागीय आयुक्त के नेतृत्व में ही मेला संचालन हो।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मांग करने वालों में महेन्द्र भदकारिया अध्यक्ष, महेश मुदगल सचिव, अनिल पुनियानी,प्रवक्ता एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उमेश उप्पल, आदित्य बल्लभ त्रिपाठी, संजय दीक्षित, राजीव चढ्ढा, कल्ली पंडित, बब्बन सेंगर, आर.एस. भदौरिया, अरुण कैन, अनुज सिंह, सुरेश हिरयानी, महेन्द्र सेंगर, रामबाबू कटारे, ऋषि कुमार कटारे, संतोष उपाध्याय, पंडित विजय कवजु, मनोज अग्रवाल, ललित अग्रवाल, गोविंद गुप्ता, अशोक जैन, कमल राठौर, महेंद्र बैस, चंदन सिंह, राजकुमार प्रंमुख रूप से शामिल रहे।

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