ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने कहा कि महालक्ष्मी जी का पूजन विशेष मुहूर्त में करने से घर मे सुख समृद्धि रहती है। पूरे वर्ष भर धन धान्य की कमी नही रहती
महालक्ष्मी जी पूजन व जाप, साधना के मुहूर्त इस प्रकार रहेंगे।:- 04 नबम्बर गुरुवार को प्रदोष काल 05:29 से रात्रि 08:06 बजे तक।
बृषभ लग्न शाम 06:09 से 08:06 बजे तक।
प्रदोष काल, स्थिर बृषभ लग्न एवं अमृत की बेला शाम 05:29 बजे से 07:07 बजे तक तीनो के समावेश में सर्वश्रेठ मुहूर्त दीपावली व लक्ष्मी पूजन के लिए रहेगा।
निशीथ काल रात्रि- 11:35 बजे से 12:27 बजे तक।
सिंह स्थिर बृषभ लग्न रात्रि 12:38बजे से 02:53 बजे तक।
कलम दवात सभालने व दीपावली रचना के लिए- दोपहर 12:01 बजे से 01:23 बजे तक लाभ की बेला में।
दोपहर 01:23 से 02:45 बजे तक अमृत बेला में।
04:07 से 05:29 बजे तक शुभ की बेला में।
जैन ने बताया कि यह मुहूर्त दूर दराज फेक्ट्री या व्यवसाय स्थल व दिन में पूजन के लिए भी उत्तम मुहूर्त रहेंगे।
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