कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहते हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन बे बताया कि इस साल 19 नवंबर 2021 शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा है। इसी दिन गुरुनानक देव जी जयंती भी है।
इस दिन साल का आखरी चन्द्रग्रहण भी कृतिका नक्षत्र, बृषभ राशि में है। जो भारत में दिखाई नहीं देगा अतः इसका भारत के लोगों पर कोई धार्मिक दृष्टि सूतक -पातक मान्य नहीं है। नही कोई राशियों पर वस्तुओं की तेजी-मंदी पर प्रभाव पड़ेगा।जैन ने कहा कार्तिक पूर्णिमा के दिन विशेष रूप से मां लक्ष्मी की पूजा की होती है और इस दिन गंगा स्नान, दीपदान, लक्ष्मी जी जे साथ विष्णु जी की उपासना का वशेष महत्व माना जाता है।
इस दिन किए जाने वाले दान-पुण्य समेत कई धार्मिक कार्य विशेष मनोकामना पूर्ण करने बाले फलदायी होते हैं।
*क्या करे इस दिन?-*
कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह के समय किसी पवित्र नदी, सरोवर या कुंड में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है।
अगर इन स्थानों पर न जा सके तो घर पर ही गंगाजल मिश्रित जल से स्नान के बाद दीपदान के साथ ही भगवान श्री विष्णु-लक्ष्मी जी और श्री कृष्ण और राधा जी की पूजा का विधान है।
कहा जाता है कि इस दिन किए गए दान से पुण्यफल भी दोगुना मिलता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें