स्वच्छता में ग्वालियर शहर को अव्वल दर्जा दिलाने पुख्ता रणनीति बनाएँ – सिलावट

प्रभारी मंत्री ने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की संयुक्त बैठक में की विकास कार्यों और 
महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की समीक्षा 

ग्वालियर । स्वच्छता में ग्वालियर को अव्वल शहर बनाने के लिये पुख्ता रणनीति बनाएँ। साथ ही जनप्रतिनिधिगण, समाजसेवी, स्वयंसेवी, विद्यार्थी व व्यवसाइयों सहित समाज के सभी लोगों को भागीदार बनाकर शहर में स्वच्छता को जन आंदोलन का रूप दें। इस आशय के निर्देश जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री  तुलसीराम सिलावट ने दिए। श्री सिलावट ने रविवार को जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर ग्वालियर शहर के विकास कार्यों, जल जीवन मिशन, कोरोना टीकाकरण अभियान और डेंगू नियंत्रण कार्यक्रम सहित सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं की समीक्षा की। 

यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर, जिला पंचायत प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा यादव, पूर्व मंत्री श्रीमती इमरती देवी, भाजपा जिला अध्यक्ष शहर श्री कमल माखीजानी व ग्रामीण श्री कौशल शर्मा, पूर्व विधायक श्री रमेश अग्रवाल, श्री मदन कुशवाह व श्री मुन्नालाल गोयल तथा सर्वश्री मोहन सिंह राठौर, वीरेन्द्र जैन व बज्जर सिंह गुर्जर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे। साथ ही कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त श्री किशोर कान्याल व सीईओ स्मार्ट सिटी श्रीमती जयति सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे। 

स्वच्छता को लेकर इंदौर और ग्वालियर की संयुक्त बैठक होगी 

प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने स्वच्छता में देश भर में प्रथम स्थान पर आए इंदौर शहर में लागू की गई सफाई व्यवस्था की खूबियों को समझने के लिये जल्द ही इंदौर व ग्वालियर के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक आयोजित करने के लिये भी कहा। यह बैठक जल्द ही इंदौर में होगी।

शहर की सड़कों की मरम्मत और नई सड़कों का काम युद्ध स्तर पर हो 

प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने बैठक में जोर देकर कहा कि अमृत के तहत शहर में डाली गईं पेयजल व सीवर लाइनों से खराब हुईं सड़कों की मरम्मत युद्ध स्तर पर कराएँ। साथ ही जहां जरूरी हो वहां नई सड़कें भी बनाई जाएं। उन्होंने कहा नई सड़कों के निर्माण लिये शासन स्तर से धनराशि दिलाई जायेगी। नगर निगम आयुक्त श्री किशोर कान्याल ने बैठक में जानकारी दी कि शहर में सड़कों की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। शेष सड़कों की मरम्मत का काम जल्द पूरा होगा। साथ ही शहर की 94 किलोमीटर सड़कें बनाने के प्रस्ताव शासन को भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि अमृत की पाइप लाइन डालने की वजह से शहर की जो सड़कें बहुत ज्यादा क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनके स्थान पर नई सड़कें बनाई जायेंगीं। 

जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल से मिले पानी 

जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने निर्देश दिए कि गाँवों में नल-जल योजनाओं को इस प्रकार से मूर्तरूप दें, जिससे प्रत्येक ग्राम पंचायत के सभी गली-मोहल्लों और मजरे-टोलों के हर घर में नल से पानी उपलब्ध हो। उन्होंने युद्ध स्तर पर जल जीवन मिशन की नल-जल योजनाओं को पूरी करने पर जोर दिया। साथ ही निर्देश दिए कि हर तीन माह में जनप्रतिनिधियों और आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों की मौजूदगी में जिला स्तर पर और हर माह जनपद पंचायत स्तर पर बैठक आयोजित कर जनप्रतिनिधियों के सुझाव लें, जिससे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप गाँवों में भी शहरों की तर्ज पर पेयजल की आपूर्ति हो सके। 

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि हर गाँव में पानी की उपलब्धता की तकनीकी रिपोर्ट को आधार मानकर उचित स्थान पर पेयजल टंकियां बनाई जाएं, जिससे टंकी से हर घर तक पाइप लाईन के जरिए पानी पहुँच सके। पूर्व मंत्री श्रीमती इमरती देवी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के सुझाव पर प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने पीएचई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि किसी ग्राम पंचायत से जुड़े गाँवों व मजरे-टोलों की दूरी अधिक हो तो अतिरिक्त पेयजल स्त्रोत स्थापित करने का प्रबंध अवश्य करें। 

बैठक में बताया गया कि जल जीवन मिशन के तहत जिले के 452 ग्रामों में नल-जल योजना स्थापित करने के लिये डीपीआर तैयार हो चुकी है, जिनमें से 192 ग्राम की नल-जल योजनायें स्वीकृत होकर 160 नल-जल योजनाओं की निविदायें जारी कर दी गई हैं। इनमें से 146 गाँवों की नल-जल योजनाओं का काम जारी है। दो गाँवों की नल-जल योजनायें पूरी हो चुकी हैं और 16 नल-जल योजनाओं का काम अंतिम चरण में है। 

अमृत-2 के तहत छ: ग्रामीण वार्डों और सात केन्टोनमेंट वार्डों में होगा काम 

प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में जानकारी दी गई कि अमृत के द्वितीय चरण की जल्द ही मंजूरी मिलने जा रही है। जिसके तहत शहर में शामिल हुए 6 ग्रामीण वार्डों और केन्टोनमेंट क्षेत्र के सभी 7 वार्डों में पेयजल और सीवर की लाइनें डाली जायेंगीं। 

शहर के विकास कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ होगी बैठक 

प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि ग्वालियर शहर के लंबित विकास कार्यों को मंजूरी दिलाने के सिलसिले में जल्द ही भोपाल में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ जिले के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की बैठक आयोजित की जायेगी। 

जन आंदोलन बनाकर कराएँ सभी का टीकाकरण 

बैठक में प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने विशेष जोर देकर कहा कि कोरोना के खात्मे के लिये टीकाकरण अभियान को जन आंदोलन का रूप दें। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से भी आग्रह किया कि वे विशेष रूचि लेकर महती भूमिका निभायें। श्री सिलावट ने कहा कि प्रयास ऐसे हों कि जिले के शेष लगभग 6 लाख लोगों को जल्द से जल्द द्वितीय डोज के टीके लग जाएँ। 

30 दिन के भीतर कराएँ नामांतरण, बंटवारा व सीमांकन प्रकरणों का निराकरण 

प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को निर्देश दिए कि जिले की सभी तहसीलों में अगले 30 दिन के भीतर शेष नामांतरण, बंटवारा व सीमांकन प्रकरणों का निराकरण कराएँ। राजस्व प्रकरणों का निराकरण प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है, इसलिये इस काम में कोई ढ़िलाई न हो। उन्होंने कहा कि जिन प्रकरणों का निराकरण संभव न हो तो उसका स्पष्ट कारण बताया जाए। 

पात्रता पर्चियाँ दिलाने के लिये जनपद पंचायतों में भी बनाएं विशेष सैल 

सरकार की मंशा के अनुरूप सभी पात्र परिवारों को जल्द से जल्द खाद्यान्न की पात्रता पर्ची मुहैया कराने के लिये प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने जिले की चारों जनपद पंचायतों में कलेक्ट्रेट की तर्ज पर विशेष सैल गठित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस सैल में जिम्मेदार अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाए, जिससे पात्र परिवारों को पर्चियां मिलने में देरी न हो। श्री सिलावट ने कहा कि पात्रता पर्ची धारियों को नि:शुल्क खाद्यान्न मिलने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। 

गाँवों की बड़ी गौशालाओं में भेजी जायेंगीं शहर की गायें 

ग्वालियर शहर की गौशालाओं से दबाव कम करने के लिये ग्रामीण अंचल में स्थित बड़ी गौशालाओं में शहर की लगभग साढ़े तीन हजार गायें भेजी जायेंगीं। इसके लिये नगर निगम दो बड़ी गौशालाओं को 100 – 100 क्विंटल भूसा मुहैया करायेगा। प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिए कि इस बात का खास ध्यान रखें कि निराश्रित गायों का प्रबंधन भी हो जाए और ग्रामीणों की फसलों का नुकसान न हो। जिन ग्रामीण गौशालाओं में शहर से गायें भेजी जा रही हैं वहाँ पुख्ता प्रबंध किए जाएं। 

स्वच्छता के लिये शहर को मिले अवार्ड सौंपे 

स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में ग्वालियर शहर को गार्वेज फ्री थ्री स्टार अवार्ड और सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में गोल्ड मैडल मिला है। प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट एवं अन्य जनप्रतिनिधियो को बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री किशोर कान्याल ने यह अवार्ड सौंपे। 



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