अंतिम सभा अब मुख्य समारोह स्थल यानि तानसेन समाधि परिसर में आयोजित होगी
ग्वालियर। तानसेन समारोह के आखिरी दिन यानि 30 दिसम्बर को सुर सम्राट तानसेन की जन्मस्थली बेहट में प्रातरूकाल 10 बजे समारोह की आठवीं सभा का आयोजन होगा। यह सभा बेहट स्थित भगवान भोलेनाथ के मंदिर और झिलमिल नदी के किनारे घनी अमराई के बीच सजेगी। मौसम में हो रहे बदलाव को ध्यान में रखकर समारोह की नौवीं एवं आखिरी सभा के आयोजन स्थल में परिवर्तन किया गया है। यह संगीत सभा अब गूजरी महल के बजाय तानसेन समाधि के समीप उसी मुख्य मंच पर सजेगी जिस पर अभी तक की सात सभाएं आयोजित हुई हैं।
बेहट में आयोजित होने वाली सभा का आगाज तानसेन कला केन्द्र बेहट के ध्रुपद गायन से होगा। इस सभा में श्री अभिषेक व्यास उज्जैन का गिटार वादन, श्री सुदीप भदौरिया ग्वालियर का ध्रुपद गायन एवं श्री संजय राठौर ग्वालियर व साथियों का तबला वादन होगा।
नौवीं एवं अंतिम संगीत सभा में इनकी होगी प्रस्तुति
लगातार बदल रहे मौसम की वजह से गूजरी महल की बजाय तानसेन समारोह के मुख्य मंच पर 30 दिसम्बर की सायंकाल आयोजित होने वाली संगीत सभा की शुरूआत शारदानाद मंदिर के ध्रुपद गायन से होगी। इसके बाद सुश्री वैशाली बकोरे इंदौर का गायन, सुश्री राधिका उमड़ेकर द्वारा विचित्र वीणा वादन एवं सुश्री सानिया पाटनकर पुणे का गायन होगा।
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