21 दिसम्बर को सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होगी


 21 दिसम्बर को भारत मे सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होगी।

ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 अंश पर झुकी हुई है। जिसके कारण सूर्य की दूरी पृथ्वी के उत्तरीगोलार्द्ध से अधिक हो जाती है तब सूर्य के चक्कर लगाते समय पृथ्वी के जिन-जिन हिस्सो में सूर्य की किरणें पड़ती है वहा सूर्य की किरणों का प्रसार पृथ्वी पर कम समय तक इस दिन आपाता है।

इस लिए दिन का मान इस दिन कम और राते अधिक बड़ी होती है।

जबकि दक्षिणी गोलार्द्ध बाले देशों में इस दिन राते छोटी और दिन बड़े होंगे। वहा सूर्य की किरणों का प्रसार अधिक समय तक रहेगा और वहा ग्रीष्म ऋतु होगी।

जबकि उत्तरीगोलार्द्ध बाले देशों में शिशिर ऋतु प्रारम्भ होगी।

और शर्दी अधिक बढ़ेगी।

इसे शीतकालीन संक्रांति या विंटर सोल्सटिस कहते है।

इस दिन से सूर्य की दक्षिणायन से उत्तरायण गति भी आरम्भ हो जाएगी। आज के दिन को वास्तविक संक्रांति से भी जोड़ते है क्योंकि 1700 साल पहले आज के ही दिन मकर सक्रांति मनाई जाती थी जो अब 14 जनवरी के दिन मनाई जाती है।

*किस शहर में दिन कितने घण्टे का रहेगा* :-

21 दिसम्बर को

ग्वालियर में दिन 10 घण्टे 27 मिनिट का रात्री 13 घण्टे 33 मिनिट की।

भोपाल में दिन 10 घण्टे 39 मिनिट का रात्री 13 घण्टे 21 मिनिट की

देहली में दिन 10 घण्टे 16 मिनिट रात्री 13 घण्टे 44 मिनिट।

उज्जैन में दिन 10 घण्टे 40 मिनिट रात्री 13 घण्टे 20 मिनिट की रहेंगी। 

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