पर्यटन स्थल पर महिलाओं की सुरक्षा के लिये विशेष प्रयास होंगे

महिलाओं के लिये सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना के तहत जिला स्तरीय 
उन्मुखीकरण कार्यक्रम का हुआ आयोजन  

 रविकांत दुबे AD News 24

ग्वालियर / नारी शक्ति की भागीदारी से मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है। पर्यटन के क्षेत्र में महिलाओं को पर्याप्त अवसर, उनकी क्षमता में वृद्धि और जन जागरूकता से पर्यटन स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये भी कारगर कदम उठाए गए हैं। राज्य शासन महिलाओं की सुरक्षा के प्रति पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहा है। “महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल” परियोजना के तहत आयोजित हुए जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम में इस आशय के विचार वरिष्ठ अधिकारियों और पर्यटन से जुड़े वक्ताओं ने व्यक्त किए। 

मंगलवार को यहाँ तानसेन रेसीडेंसी में आयोजित हुई कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री हितिका वासल ने कहा कि पुलिस हर स्थिति में शहर को सुरक्षित रखने के लिये पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। खासकर महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पुलिस चौकी स्थापित की गई हैं। साथ ही जगह-जगह पर डायल 100 वाहन भी पुलिस जवानों के साथ पर्यटन स्थल पर लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखते हैं। 

जिला शिक्षा अधिकारी श्री विकास जोशी ने कहा कि पर्यटन विभाग की इस मुहिम को आगे बढ़ाने में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से हर संभव मदद मिलेगी। उन्होंने स्कूलों में बच्चों के बीच जेण्डर कार्यक्रम चलाए जाने की बात भी कही। 

महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक संचालक श्री राहुल पाठक ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले में पिछले एक साल से सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत महिला सुरक्षा पर विशेष जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में पर्यटन स्थल पर महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिये पुलिस के साथ मिलकर कार्ययोजना बनाई गई है। 

पर्यटन विभाग के अधिकारी डॉ. आलोक चौबे ने इस अवसर पर ग्वालियर के पर्यटन परिदृश्य पर विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। साथ ही कहा कि पर्यटन की दृष्टि से ग्वालियर बहुत बड़ा केन्द्र है। पर्यटन के क्षेत्र में महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी के लिये उन्हें कौशल उन्नयन प्रशिक्षण दिया जायेगा।

इस अवसर पर यूनाइटेड नेशन की ऑर्गेनाइजेशन यु.एन.वुमन की ओर से तकनीकी विशेषज्ञ सुश्री रचना सिंह ने कहा कि पर्यटन स्थल पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिये हमें दृष्टिकोंण में बदलाव लाने और व्यवहार परिवर्तन की जरूरत है।  

श्री प्रदीप जोशी ने कहा कि पर्यटन स्थल पर महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने की कड़ी में स्कूली स्तर पर ही बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस कड़ी में शुरूआती चरण में पर्यटन स्थलों के नजदीक स्थित जिले के सात स्कूलों को प्रशिक्षण के लिये चिन्हित किया गया है। 

कार्यक्रम का संचालन सुश्री दीपा दीक्षित ने किया। इस अवसर पर रागिनी फाउण्डेशन  की अध्यक्ष सुश्री दीपा दीक्षित तथा श्री हरिमोहन व जेंडर कंसलटेंट सुश्री श्रद्धा द्विवेदी मौजूद थीं। 


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