पिता सूर्य पुत्र शनि के पास शनि 34 दिनों के लिए होंगे अस्त

त्रिग्रही-चतुर्ग्रही योग से सीत लहर,रोग का प्रकोप बढ़ेगा 

सूर्य व  शनि को यू तो ज्योतिष में पिता-पुत्र की संज्ञा दी है। पर इनकी शत्रुता भी कम नहीं कही गई। सुप्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने जानकारी देते हुये बताया कि शनि अपनी मकर राशि मे ही चल रहे है इनके पिता सूर्य 14 जनबरी से इनके घर मकर राशि मे आये और इनके करीब चले तो शनि पश्चिम दिशा में  आज19 जनवरी को 34 दिनों के लिए  अस्त हो जाएंगे जो 21 फरवरी को जब सूर्य इनके साथ को छोड़कर आगे बढ़ेंगे तब जाकर उदय होंगे।

जैन ने कहा शनि ग्रह का नाम सुनकर वैसे तो सब को पसीना आ जाता है। यह ग्रह मकर व कुंभ राशियों का स्वामी धीमी गति से चलने बाला एक राशि मे 30 माह रहने बाला पूरी 12 राशियों का चक्कर 30 वर्षो में पूरा करपाता है।

यह अपने ही घर मे पिता सूर्य के आने से अस्त हो रहा है।

साथ ही मकर राशि मे सूर्य,बुध,शनि का त्रिग्रही योग बनेगा 31 जनवरी और 01 फरवरी को सूर्य,बुध,शनि,चन्द्रमा के साथ रहने से चतुर्ग्रही योग बनेगा जो  मौसम को और खराब रखेगा।

जैन ने कहा शनि वायु तत्व ग्रह  होने से इसकी राशि मे त्रिग्रही-चतुर्ग्रही योग होने से ठीक नहीं है। 12 फरवरी तक कहि कहि भारी वर्षा,ओले पड़ने से सरसो,गेंहू,चना आदि की फसलों को भारी नुकसान दूर- दूर तक होगा। किसानों को निरसा ,जनता को अनेक प्रकार से रोग भय पशु-पक्षियों के लिए हानि का योग बनेगा।

लोहे से बनी वस्तुतये,धातुएं,शेयर्स मार्केट, अलसी,सरसो,तिलहन,तेल व अनाजो में तेजी देखने मिलेगी।

जैन ने कहा राशियों पर भी प्रभाव होगा:- 

मेष - काम काज में संघर्ष । वृष - उत्साह बढ़ेगा ।  

मिथुन -मिथुन पर शनि की ढैया है कड़ी मेहनत होगी।

कर्क:- अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे। सिंह - शत्रु विजय होगी।

कन्या - बुद्धि भ्रम रहेगा।

 तुला -  शनि की ढैया घरेलु अशांति ।

बृश्चिक - उत्साह बनेगा।

धनु - धन  हानि की संभावना

मकर - श्रम, संघर्ष ,स्वास्थ्य में गिरावट

कुंभ - धन की हानि यात्राओं में कष्ट।

मीन - आर्थिक उन्नति होगी।

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