प्रभारी मंत्री सिलावट ने बैठक लेकर दिए निर्देश
ग्वालियर : प्राकृतिक आपदा से पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द राहत पहुँचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए जिले के ओला प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द राहत दिलाना सुनिश्चित करें। फसल नुकसान के सर्वे को पूरी पारदर्शिता के साथ अंतिम रूप दें। इस आशय के निर्देश जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने दिए। श्री सिलावट सोमवार को मोतीमहल स्थित कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेंटर में संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों के सर्वेक्षण और राहत वितरण कार्य की समीक्षा कर रहे थे।
प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने सभी संबंधित एसडीएम को निर्देश दिए कि सर्वे सूची ग्राम सभा की बैठक में पढ़कर सुनाएं और प्रभावित किसानों की पूरी संतुष्टि के बाद ही सर्वे सूची को अंतिम रूप दें। उन्होंने कहा समाधान कागज पर नहीं जमीन पर होना चाहिए।
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बैठक में जानकारी दी कि सर्वेक्षण कार्य पूरा हो चुका है। सर्वेक्षण को पारदर्शिता के साथ अंजाम देने के लिए जिले के ओला प्रभावित सभी गाँवों में कम से कम 100 लोगों की मौजूदगी में ग्राम सभा आयोजित कर सर्वे सूची का सत्यापन कराया जा रहा है। फसल सर्वेक्षण और सूची के सत्यापन कार्य की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में ओलावृष्टि से 57 गाँवों के 14 हजार 294 किसानों की लगभग 10 हजार 530 हैक्टेयर रकबे की फसल प्रभावित हुई है। प्रभावित किसानों को लगभग 24 करोड़ रूपए की राहत राशि वितरित की जायेगी। सर्वेक्षण का काम पूर्ण किया जाकर राहत वितरित करने के लिये बिल लगाए जा रहे हैं। जल्द ही सिंगल क्लिक के जरिए सभी प्रभावित किसानों के खातों में राहत राशि पहुँचाई जायेगी।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त श्री किशोर कान्याल, अपर कलेक्टर श्री इच्छित गढ़पाले, जिले के सभी एसडीएम तथा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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