खुशियों की दास्तां : नीरज योगी के व्यवसाय को चलाने में पीएम स्व-निधि योजना बनी कारगर

ग्वालियर / पूँजी के अभाव में अपने व्यवसाय को ठीक से न चलाने वाले छोटे-छोटे पथ विक्रेताओं के लिये पीएम स्व-निधि योजना वरदान साबित हुई है। स्व-निधि योजना के लाभ के लिये अनेकों छोटे व्यवसाइयों ने नगर निगम में पंजीयन कराया और आसानी से बैंक ऋण प्राप्त किया। ऐसे पथ विक्रेता भी हैं जिन्होंने 10 हजार रूपए का ऋण लेकर अपना व्यवसाय बढ़ाया और तत्परता से ऋण जमा भी किया और दोगुनी राशि का ऋण भी बैंक ने उन्हें तत्काल प्रदान किया। ग्वालियर के नीरज योगी भी एक ऐसे सफल व्यवसायी बन गए हैं, जिन्होंने दो बार ऋण लेकर अपने व्यवसाय को मजबूत किया और परिवार की आर्थिक स्थिति को भी सशक्त बनाया। 

नीरज योगी ने स्नातक की पढ़ाई पूर्ण कर बांस से निर्मित सामानों का ठेला लगाकर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का कार्य प्रारंभ किया था। कोविड-19 के लॉकडाउन के दौरान उसका व्यवसाय पूरी तरह से बंद हो गया था। लेकिन शासन की स्व-निधि योजना उसके लिये एक नई किरण बनकर सामने आई। नीरज ने तत्काल पथ विक्रेता का पंजीयन कराया। उसे पंजाब नेशनल बैंक के माध्यम से 10 हजार रूपए का ऋण भी मिला। इस राशि से उसने अपने व्यवसाय को पुन: प्रारंभ किया और मेहनत से बैंक की राशि भी लौटाई। 

नीरज पुत्र श्री शिवदयाल ने बैंक से पुन: 20 हजार रूपए की राशि का आवेदन दिया और बैंक ने उसे तत्काल राशि प्रदान की। नीरज ने 20 हजार रूपए की लागत से अपनी दुकान में सामान एकत्र किया और मुरार मछली मण्डी के समीप अपनी दुकान चलाकर अपने व्यवसाय को व्यवस्थित किया। नीरज योगी बताते हैं कि आज उनके पास 30 – 40 हजार रूपए का सामान भी है और उनका व्यवसाय भी अच्छे से चल रहा है। नीरज का कहना है कि स्व-निधि योजना छोटे व्यवसाइयों के लिये वरदान साबित हुई है। देश के प्रधानमंत्री एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्व-निधि योजना के माध्यम से अनेकों अनेक छोटे व्यवसाइयों को संबल प्रदान किया है। 


मधु सोलापुरकर

सहायक संचालक, ग्वालियर


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