जहां सकारात्मकता होती है, वहां रास्ते अपनेआप खुलते चले जाते हैं

बुधवार को गोद ग्राम योजना के तहत आदिवासियों के लिए घाटीगांव ग्राम पंचायत में जेयू की ओर से स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया

सहरिया जनजाति में सिकिल सेल एनीमिया नामक बीमारी होने लगी है। जिसमे आरबीसी चन्द्राकर हो जाती हैं। ये कई शारीरिक परेशानियों का कारण बनती है।

चाहे बात आपके इलाज की हो, चाहे पढाई की हो या आपके करियर का प्रश्न हो, विश्वविद्यालय आपकी हर तरह से मदद करेगा। 

जहां सकारात्मकता होती है, वहां रास्ते अपनेआप खुलते चले जाते हैं।

यह बात कुलपति प्रो अविनाश तिवारी ने कही। वह गोद ग्राम योजना के तहत

 आदिवासी जनजाति के लिए घाटीगांव ग्राम पंचायत कार्यालय परिसर में बुधवार को

आयोजित स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में बोल रहे थे। शिविर में 130 आदिवासी मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण जेयू के चिकित्सकों द्वारा किया गया।

इस अवसर पर कुलसचिव डॉ सुशील मन्डेरिया सहित प्रो जीबीकेएस प्रसाद,

जेयू के कार्यपरिषद सदस्य डॉ शिवेंद्र सिंह राठौड़, वीरेंद्र गुर्जर, राजेश कटारे, भाजपा ग्रामीण अध्यक्ष कौशल शर्मा, विश्व हिन्दू परिषद के संगठन मंत्री नवनीत शर्मा, भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक नीतेश शर्मा, सरपंच रूपराज सिंह , जेयू के चिकित्सक डॉ दीपमाला शर्मा, डॉ जनमेजय शाक्य,  डॉ भावना सन्त सहित कई लोग मौजूद रहे।

यह कार्यक्रम सन्त रविदास की जयंती पर आयोजित था।

कार्यक्रम की शुरुआत भारतमाता और सन्त रविदास के चित्र पर कुलपति, कुलसचिव और अन्य अतिथियों द्वारा माल्यार्पण के साथ किया गया।

इस दौरान शिविर में आए मरीजो को जांच के बाद दवा, प्रोटीन सहित खाने की सामग्री भी वितरित की गई साथ ही कुलपति, कुलसचिव ने पत्रकारों आदि का सम्मान भी किया।

 आपके स्वास्थ्य की चिंता हम करेंगे

कुलसचिव डॉ सुशील मन्डेरिया ने कहा कि सेवा कार्य के लिए यह कैम्प लगाया गया है। हमे आपकी चिंता है, यदि आपको चिकित्सा की जरूरत है तो हम समय समय पर आपको यह सुविधा मुहैया कराते रहेंगे।

 130 आदिवासियों के स्वास्थ्य का हुआ परीक्षण

डॉ दीपमाला शर्मा ने बताया कि शिविर में 130 लोगो के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। इनमे जोड़ो के दर्द, त्वचा सम्बन्धी समस्या, एनीमिया, अस्थमा आदि से पीड़ित ज्यादा मिले। महिलाओं में महिला सम्बन्धी बीमारी भी पाई गई।

डॉ शर्मा ने बताया कि त्वचा सम्बन्धी रोग में आर्टीकेरिया के लक्षण पाए गए,जिसके तहत शरीर पर चकत्ते पड़ जाते हैं। वहीं जोड़ो के दर्द का कारण बढ़ती उम्र, वजन बढ़ना आदि है।

 इनका हुआ सम्मान

जितेंद्र सिंह, ध्यानेन्द्र, विनोद सोनी

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