जब तक मानवता जीवित रहेगी, तब तक लता जी की आवाज गूंजती रहेगी: विजय गोयल

 दिव्य आत्मा, परमात्मा में विलीन : डॉ. प्रवीण अग्रवाल

ग्वालियर, । स्वर कोकिला ‘भारत रत्न’ सुश्री लता मंगेश्‍कर जी (दीदी) के आज दुःखद निधन को एक अपूरणीय क्षति बताते हुए MPCCI के अध्यक्ष-विजय गोयल, संयुक्त अध्यक्ष-प्रशांत गंगवाल, उपाध्यक्ष-पारस जैन, मानसेवी सचिव-डॉ. प्रवीण अग्रवाल, मानसेवी संयुक्त सचिव-ब्रजेश गोयल एवं कोषाध्यक्ष-वसंत अग्रवाल ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में हार्दिक शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि लता दीदी की जादुई आवाज, भारत ही नहीं अपितु ब्रह्माण्ड की आवाज है क्योंकि शायद ही किसी और की आवाज लगातार 70-80 दशक के साथ-साथ आने वाले हजारों वर्षों तक लोगों के दिलों को छूती रहेगी ।

पदाधिकारियों ने कहा कि भले ही कोई व्यक्ति संगीत की समझ नहीं रखता हो, परन्तु लता दीदी के गानों को सुनने के दौरान जो भाव उमड़कर आ जाते हैं, यह लता दीदी की आवाज का कमाल है । आज जब भी लता दीदी का कोई गाना सुनते हैं, तो ऐसा अहसास होता है कि यह बिल्कुल नया गाना है, जबकि वह गाना हम कई बार सुन चुके होते हैं । लता दीदी  के गाए हुए सभी गाने दिल को छू जाते हैं और मन को मोहित कर लेते हैं ।

पदाधिकारियों ने कहा है कि यह हमारे लिए गर्व करने वाली बात है कि सुश्री लता दीदी हमारे राज्य, मध्यप्रदेश से ही थीं, उनका जन्म इन्दौर में हुआ था, परन्तु उनकी परवरिश महाराष्ट्र में हुई ।

पदाधिकारियों ने अपनी ओर से तथा संस्था के सभी सदस्यों की ओर से ‘स्वर-कोकिला’, भारत रत्न, सुश्री लता दीदी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, कहा है कि ‘जीवन एवं मृत्यु एक शाश्‍वत सत्य है’ परन्तु स्व. लता दीदी का भारतीय संगीत के लिए उल्लेखनीय योगदान हेतु हम सभी उनको सदैव याद रखेंगे । आज इस घड़ी पर परमपिता परमेश्‍वर से हम सभी की यही प्रार्थना है कि वे दिवंगत दिव्य आत्मा को चिरशांति दें एवं हम सभी को उनके बिछोह का दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें । पुनः सादर नमन.... ऊँ शांति ॥

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