ई-कॉमर्स पॉलिसी लागू हो, बैंकिंग व्यवस्था में सुधार हो, इन सभी मुद्दों को लेकर मार्च में कैट का आंदोलन प्रारंभ
नई दिल्ली l कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) नई दिल्ली के राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर के व्यापरियों ने एकमत से निर्णय लिया कि जीएसटी की जटिलताओं पर निर्णायक संघर्ष की घड़ी आ गई है। अगर इन जटिलताओं को दूर नहीं किया गया तो 20 मार्च के बाद कैट आंदोलन करेगा। कैट के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन. संयुक्त अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, श्रीमती अलका श्रीवास्तव, भोपाल चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष तेजकुलपाल सिंह पाली, संदीप गोधा, हरीश, कविता जैन, साधना शांडिल्य, बबीता डाबर, प्रिया दास, विवेक जैन, अजय चौपड़ा, गोविन्द दास असाटी, मनीष दुसाज, उमेश अग्रवाल, आनंद अग्रवाल, दीपेन्द्र पचौरी, दीपक सेठी आदि ने राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेते हुए अनेक महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर अपने विचार रखे।
कैट पदाधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के नाम पर बैंकें आवश्यकता वाले व्यापारियों को परेशान कर रही हैं। मुद्रा लोन नहीं दिया जाता है, बैंकिंग प्रणाली में इतने शुल्क लगा दिये गये हैं कि हमारे बैंकिंग के खर्चे दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। आयकर में जो नये प्रावधान किये गये हैं, उनको समाप्त किया जाना चाहिए। अब व्यापारी निर्णय के संघर्ष की तैयारी में है।
व्यापारियों ने खाद्य सुरक्षा कानून में परिवर्तन की मांग की और सरकार से कहा है कि वे व्यापार की आसान पद्धति को हम सबके बीच प्रस्तुत करे, ताकि भारत की अर्थ व्यवस्था में व्यवसाई अपना योगदान दे सकें।
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