जिस काम के लिए कई दिनों से भटक रहे थे वे काम सुशासन शिविर में आधे घंटे में हो गए

मुरार में लगा जिला स्तरीय सुशासन शिविर, 256 आवेदनों में से 187 का मौके पर ही हुआ निराकरण 

ग्वालियर / ग्राम उदयपुर निवासी रामबेटी नामांतरण के लिए कई दिनों से परेशान थीं। पर उनका यह काम आधा घंटे में हो गया और उन्हें खसरे की नकल भी मिल गई। मुरार क्षेत्र की निवासी वृद्ध महिला मुन्नी बाई की मौके पर ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन तो विधवा महिला अर्चना के लिए कल्याण योजना के तहत पेंशन मंजूर हो गई। इसी तरह केशकली बाई व संजू देवी के मुख्यमंत्री शहरी घरेलू कामकाजी महिला कल्याण योजना के तहत कार्ड बन गए। यहाँ बात हो रही है तहसील टप्पा कार्यालय परिसर मुरार में आयोजित हुए जिला स्तरीय सुशासन शिविर की। शिविर में कुल 256 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 127 का मौके पर ही निराकरण किया गया।

राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के तहत ग्वालियर जिले में सुशासन शिवरों की श्रृंखला चल रही है। इसी कड़ी में शनिवार को कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के मार्गदर्शन में मुरार में जिला स्तरीय सुशासन शिविर लगाया गया। पिछले दिनों बरई व डबरा में आयोजित हुए शिविरों की तरह मुरार का सुशासन शिविर भी जन समस्याओं के मौके पर ही निराकरण के लिहाज से काफी सार्थक रहा। एसडीएम मुरार श्री अशोक चौहान व जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजीव मिश्रा सहित नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न विभागों के जिला व खण्ड स्तरीय अधिकारियों ने दिन भर शिविर में मौजूद रहकर मौके पर ही आम नागरिकों की समस्याओं का निराकरण किया। 

सुशासन शिविर में राजस्व विभाग से संबंधित 85 आवेदनों में से 62 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया। इनमें से लगभग दो दर्जन लोगों के फौती नामांतरण, भू-अघिकार ऋण पुस्तिका व खसरे की नकल प्रदाय व बीपीएल सूची में नाम जोड़ना शामिल है। शिविर में   29 आयुष्मान कार्ड बनाए गए और 77 आधार पंजीयन किए गए। इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पाँच लाड़ली लक्ष्मी प्रमाण-पत्र तैयार किए गए। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों ने विद्युत बिल कम करने, बिल जमा करने की आसान किस्त बनाने और बिल से संबंधित अन्य सुधार करने से संबंधित एक दर्जन से अधिक समस्याओं का निपटारा किया। नगर निगम ग्वालियर द्वारा पात्र घरेलू कामकाजी महिलाओं के कार्ड बनाए गए और सामाजिक सुरक्षा, वृद्धावस्था व कल्याणी पेंशन योजना स्वीकृत की गई। इसके अलावा सामाजिक न्याय, पंचायत, स्कूल शिक्षा, कृषि, खाद्य विभागों द्वारा भी मौके पर ही समस्याओं का निपटारा किया गया। 

शिविर में ही समस्या के निराकरण से आम नागरिक गदगद हो गए। श्रीमती रामबेटी का कहना था कि हम अपने नामांतरण के लिये पिछले 6 महीने से परेशान थे। शिविर में मात्र आधा घंटे में न केवल नामांतरण हो गया बल्कि हमें खसरे की नकल भी मिल गई। इसी तरह श्रीमती ऊषा को जब मुख्यमंत्री घरेलू कामकाजी महिला का कार्ड सौंपा गया तो उनकी आंखें भर आईं। शिविर में लाभान्वित आम नागरिकों का कहना था कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सुशासन शिविर लगवाकर हम सब लोगों को बड़ी राहत दी है। 



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