21 अप्रैल से फिर शुरू होगी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना

मुख्यमंत्री चौहान ने की तैयारियों की समीक्षा 



ग्वालियर / मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में बेटियों के विवाह के लिए परिवारों को सहायता देने वाली लोकप्रिय मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना फिर से शुरू की जा रही है। कोरोना काल में यह स्थगित रही। अब बढ़ी हुई सहायता राशि और बेहतर व्यवस्थाओं के साथ योजना प्रारंभ की जा रही है। योजना के प्रभावी संचालन के लिए सभी जिलों में संबंधित अमले को संवेदनशील होकर सक्रिय भूमिका निभानी है। सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी प्राप्त किया जाएगा। सीहोर जिले के नसरूल्लागंज में 21अप्रैल को योजना के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान स्वयं इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कन्या विवाह योजना को पुन: प्रारंभ किए जाने के संबंध में चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीहोर जिला प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों की जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा प्राप्त की। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

योजना क्रियान्वयन में हो पूर्ण पारदर्शिता

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में पूरी तरह पारदर्शिता रहे। जन- प्रतिनिधियों की सहभागिता के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हों, समितियों में जन-प्रतिनिधि शामिल रहें। सीहोर जिले का कार्यक्रम ऐसा होना चाहिए जो अन्य जिलों के लिए आदर्श बने। योजना काफी प्रशंसनीय रही है। इस नाते कार्यक्रम भी यादगार होना चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन बेटियों के विवाह हो रहे हैं, उन्हें योजना में प्राप्त होने वाली सामग्री के साथ ही सामाजिक स्तर पर भी उपहार आदि देने की पहल सराहनीय है।

कलेक्टर सीहोर ने दिया प्रेजेंटेशन

कलेक्टर सीहोर ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 21 अप्रैल को हो रहे कार्यक्रम के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी दी। प्रेजेंटेशन में बताया गया कि सामूहिक विवाह के लिए समितियाँ गठित की गई हैं। दूल्हे, दुल्हन सहित परिजन के बैठने की व्यवस्था, वरमाला, अतिथियों के सत्कार, बैंडबाजा और आतिशबाजी के प्रबंध किए गए हैं। दंपतियों को दिए जाने वाले उपहार के संबंध में विचार-विमर्श के बाद सामग्री की व्यवस्था की गई है। योजना में प्रति हितग्राही बेटी को 55 हजार रूपए के प्रावधान में 38 हजार रूपए की सामग्री, 11 हजार रूपए का चेक और 6 हजार रूपए आयोजन व्यय शामिल है। 



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