मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल से वर्चुअली किया लोकार्पण व भूमिपूजन
प्रभारी मंत्री सिलावट के मुख्य आतिथ्य में हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन
ग्वालियर / प्रदेशव्यापी मिशन नगरोदय के शुभारंभ अवसर पर ग्वालियर शहर को करोड़ों रूपए लागत के विकास कार्यों की सौगातें मिलीं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में आयोजित हुए राज्य स्तरीय कार्यक्रम के जरिए वर्चुअल रूप से ग्वालियर शहर में स्मार्ट सिटी के तहत 58 करोड़ रूपए और नगर निगम के जनकार्य विभाग के तहत लगभग 10 करोड़ 71 लाख रूपए लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल से 21 हजार करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्यों का वर्चुअल भूमिपूजन किया, जिसमें ग्वालियर शहर व जिले के अन्य नगरीय निकायों के विकास कार्य भी शामिल हैं। यहाँ बाल भवन ग्वालियर में आयोजित हुए जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने की।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान के उदबोधन का सीधा प्रसारण एलईडी स्क्रीन के जरिए सभी हितग्राहियों व अतिथियों ने सुना। साथ ही भोपाल में आयोजित हुए राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अन्य गतिविधियां भी देखीं।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री श्री सिलावट सहित अन्य अतिथियों ने हितग्राहियो को प्रतीक स्वरूप हितलाभ वितरित किए। साथ ही पट्टिका का अनावरण कर विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। नगरोदय अभियान के शुभारंभ अवसर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्वालियर शहर के विभिन्न हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया तो नए आवासों का भूमिपूजन किया गया। इसके अलावा पीएम स्वनिधि, शहरी आजीविका मिशन और अन्य हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत हितग्राहियों को लाभान्वित कराया गया।
बाल भवन में आयोजित हुए कार्यक्रम में बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष श्री मुन्नालाल गोयल, पूर्व मंत्री श्रीमती माया सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री कमल माखीजानी, पूर्व विधायक श्री मदन कुशवाह तथा सर्वश्री राकेश माहौर, आशीष प्रताप सिंह राठौर, मोहन सिंह राठौर व श्रीमती नीलिमा शिंदे सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा प्रभारी संभाग आयुक्त श्री राजीव दुबे व प्रभारी कलेक्टर श्री आशीष तिवारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
आरंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन एवं कन्या पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रभारी संभाग आयुक्त श्री दुबे एवं प्रभारी कलेक्टर श्री तिवारी ने अतिथियों का स्वागत किया। स्वागत उदबोधन अपर आयुक्त नगर निगम श्री अतेन्द्र सिंह गुर्जर ने दिया। इस अवसर पर स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती नीतू माथुर भी उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन श्री एस बी ओझा ने किया।
ग्वालियर शहर को अव्वल बनाने में सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी – सिलावट
प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ग्वालियर शहर को शिक्षा, स्वच्छता व स्वास्थ्य के क्षेत्र में अव्वल बनाने में प्रदेश सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने कोविड संकट के बाबजूद प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। केन्द्र व राज्य सरकार ने एक ओर जहां गरीबों को मुफ्त राशन दिया है वहीं कोविड काल के 81 लाख लोगों के बिजली के बिल भी माफ किए हैं। श्री सिलावट ने इस अवसर पर अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी व्यवस्था बनाएँ, जिससे ग्वालियर जिले के हर गाँव, नगर व कस्बे में ग्रीष्म ऋतु के दौरान पेयजल की सुचारू रूप से आपूर्ति होती रहे।
नगरीय क्षेत्रों में पिछले पाँच साल में विकास के नए आयाम स्थापित हुए – शेजवलकर
सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि पिछले पाँच साल के दौरान प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं। विकास कार्यों की यह श्रृंखला लगातार जारी है। उन्होंने इस अवसर पर आह्वान किया कि हम सब एकजुट होकर ग्वालियर को स्वच्छ, सुंदर व विकसित शहर बनाने में अपना योगदान दें।
इन योजनाओं के तहत हितग्राहियों को मिली मदद
प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट एवं सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर सहित अन्य अतिथियों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पाँच हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया। साथ ही इतने ही हितग्राहियों के नए आवास बनाने के लिये भूमिपूजन किया। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत 6 पथ विक्रेताओं को अपना व्यवसाय आगे बढ़ाने के लिये 20 – 20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता सौंपी। इसी तरह राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत महिलाओं के दो स्व-सहायता समूहों को डेढ़ – डेढ़ लाख रूपए की आर्थिक सहायता वितरित की। सामाजिक सुरक्षा पेंशन व मुख्यमंत्री शहरी घरेलू कामकाजी महिला कल्याण योजना और राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत 10 हितग्राहियों को सहायता प्रदान की गई। भवन एवं संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के तहत 10 निर्माण श्रमिकों को श्रमिक कार्ड सौंपे गए।
सुपोषण के लिए स्कूली बच्चों को सौंपी मूंग किट
प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत ग्वालियर जिले के प्राथमिक व माध्यमिक शाला के बच्चों को भी नि:शुल्क मूंग की किट अतिथियों ने सौंपी। मंच से प्रतीक स्वरूप एक दर्जन छात्रों को मूंग की बोरी सौंपी गईं। हाईस्कूल के प्रति विद्यार्थी को 10 किलोग्राम और हायर सेकेण्ड्री के विद्यार्थी को 15 किलोग्राम मूंग दी गई है।
नगर निगम के इन कार्यों का हुआ भूमिपूजन
मरघट पुलिया से मुरैना लिंक रोड़ गदाईपुरा तक डामरीकरण कार्य (लागत 130 लाख), रामदास घाटी रेल्वे फाटक से घोसीपुरा होते हुए एबी रोड़ तक डामरीकरण कार्य (लागत 80 लाख), उधम सिंह चौराहा से वाया कृष्णा नगर गोले के मंदिर से मुरार रोड़ तक (लागत 270 लाख), छ: नम्बर चौराहे से गोले का मंदिर तक डामरीकरण कार्य (लागत 249.32 लाख), हनुमान चौराहा से चाँद का पुल, टोपे वाला मोहल्ला से कटी घाटी तक डामरीकरण कार्य (लागत 100.67 लाख), स्वर्ण रेखा से एबी रोड गिरवाई थाना तक डामरीकरण कार्य (लागत 178 लाख), तिरूपति नगर वार्ड क्र.-65 में डामरीकरण कार्य (लागत 40 लाख) एवं बेहटा चौराहे से स्कूल के सामने तक डामरीकरण कार्य (लागत 22.56 लाख) ।
स्मार्ट सिटी के इन कार्यो का हुआ लोकापर्ण
1. डिजिटल लायब्रेरी – शहर के हृदय स्थल महाराज बाड़ा स्थित ऐतिहासिक सेंट्रल लाइब्रेरी भवन को स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 11 करोड 15 लाख रुपये की लागत से सजा-संवारकर और संरक्षित करते हुए डिजिटल लाइब्रेरी के रूप में पुनर्विकसित किया गया है। डिजीटल लाइब्रेरी में 1927 से लेकर 1990 तक की 50 हजार से अधिक पुरानी किताबो की स्कैनिंग और भवन का रिनोवेशन कर सेंट्रल लाइब्रेरी को नया स्वरुप प्रदान किया गया है। इस लाइब्रेरी में वरिष्ठ नागरिक, महिलाओं, बच्चों और दृष्टिबाधित लोगों के लिए अलग-अलग जोन बनाए गये है। डिजिटल लायब्रेरी में ऑनलाइन-ऑफलाइन पठन-पाठन, परीक्षा की तैयारी व वीडियो व्याख्यान की व्यवस्था है। वास्तविक समय लाइसेंस सत्यापन एवं चिप आधारित पुस्तकालय सदस्यता कार्ड की भी सुविधा इस पुस्तकालय में है।
2. 33 केवी जीआईएस सब स्टेशन – लगभग 13.58 करोड रुपये की लागत की परियोजना के तहत 33 केवी जीआईएस (गैस इंसुलेटेड स्विचबोर्ड) आधारित सबस्टेशन को अपग्रेड किया गया है। जीआईएस सब स्टेशन साधारण सबस्टेशनों की तुलना में बहुत कम स्थान (लगभग 1/10 वां) घेरता है। जीआईएस सब स्टेशन एयर इंसुलेटेड सब्स्टेशंस की तुलना में विश्वसनीय तो होता ही है, साथ ही फॉल्ट के कारण आउटेज की संख्या कम होती है और रखरखाव की जरूरत नही रहती।
3. गोरखी स्कूल का अटल स्कूल के रुप में पुनर्विकास – महाराज बाड़ा स्थित गोरखी स्कूल को पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की यादों के लिए समर्पित किया गया है। स्मार्ट सिटी द्वारा लगभग 7 करोड 65 लाख रुपये की लागत से गोरखी स्कूल को पुनर्विकसित कर अटल मेमोरियल स्कूल तैयार किया गया है। गोऱखी स्कूल परिसर में ही तीन मंजिला नवीन ब्लाक का भी निर्माण किया गया है। नवीन ब्लाँक में स्मार्ट क्लासरुम भी तैयार किये गए है। कक्षाओं व प्रयोगशालाओं के निर्माण में छात्रों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है। अटल मेमोरियल स्कूल में बनाए गए स्मार्ट क्लास में इंटरैक्टिव स्क्रीन तथा सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा का भी प्रावधान किया गया है। इसके अलावा इन सभी कक्षाओं में छात्रों के अनुकूल फ़र्नीचर भी मुहैया कराया गया है। स्कूल में कैंटीन सुविधा के लिए अत्याधुनिक हॉल का निर्माण किया गया है। इसके अलावा विज्ञान तथा कम्प्यूटर की प्रयोगशालाएं तैयार कराई गई हैं। इन अत्याधुनिक स्मार्ट कक्षाओं में डिजिटल ऑनलाइन व ऑफलाइन कांटेस्ट भी स्मार्ट सिटी द्वारा प्रदान किया जायेगा। स्कूल में स्मार्ट लाइब्रेरी, एनसीसी रूम, परीक्षा कक्ष, स्टाफ़ रूम, कॉन्फ़्रेन्स रूम आदि भी बनाए गए हैं।
स्मार्ट सिटी के इन कार्यों का हुआ भूमिपूजन
• लगभग 3 करोड़ 34 लाख रुपये की लागत से गेंडे वाली सड़क का निर्माण कार्य।
• लगभग 2 करोड़ 13 लाख रूपए की लागत से तानसेन रोड से रेसकोर्स रोड तक निर्माण कार्य।
• लगभग 11 करोड़ 98 लाख रूपए की लागत से गोले के मंदिर से महाराजपुरा तक सर्विस रोड का निर्माण कार्य।
शहर के चार प्रवेश द्वारों का भी हुआ भूमिपूजन
ग्वालियर शहर के वैभव एवं विरासत को और निखारने एवं शहर में प्रवेश करने वाले नागरिकों को शहर की विरासत से परिचित कराने के उददेश्य से स्मार्ट सिटी द्वारा ग्वालियर शहर में चारो दिशाओं पर प्रवेश द्वार बनाये जा रहे है। लगभग 8 करोड़ 77 लाख रूपए की लागत से ये प्रवेश द्वार तैयार होंगे। प्रवेश द्वारों का निर्माण इस प्रकार से किया जायेगा, जिससे शहर में प्रवेश करने वाले नागरिकों को प्रवेश द्वार पर कदम रखते ही शहर की समृद्ध विरासत का एहसास हो जाए। ये प्रवेश द्वार भिंड बायपास, पुरानी छावनी, बेला की बाबड़ी एवं झाँसी रोड़ पर मालवा कॉलेज के समीप बनाए जायेंगे।
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