24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ महापूर्णाहुति में हज़ारों लोगों ने यज्ञ वेदी में दी आहुतियां ,गूंजे जयकारे,

 टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार

जतारा नगर की छोटी देवी मंदिर प्रांगण मैदान में बुधवार को आयोजित चार दिवसीय 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ अंतिम दिवस सैकड़ों लोगों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन कुंड में आहुतियां दी।

साथ ही महायज्ञ का समापन महापूर्णाहूति  के साथ हुआ ।

इससे पहले मंगलवार की शाम शाम 6 से 9बजे तक दीप महायज्ञ का आयोजन किया गया ।

जिसमें 1100 दीपकों का प्रकाश किया गया।

जिसमे अंधकार से प्रकाश की ओर मानव में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण  लाने के लिए संदेश टोली द्वारा दिया गया ।

दीप महायज्ञ में शांतिकुंज से पधारें आचार्य योगेश पटेल ने वेद मंत्रों का उच्चारण किया।

गायत्री मंत्र ,महामृत्युंजय मंत्र ,तुष्टीकरण ,लोक आराधना ,पर्यावरण संरक्षण ,एवं राष्ट्र की चौमुखी विकास के लिए आहुतियाँ भगवान को समर्पित की गई ।

उन्होंने गंगा गीता गायत्री का ज्ञान दिया जिसमें राष्ट्र में गंगा और गायत्री को बचाने की बात कही। अंतिम दिवस में दीक्षा सहित विभिन्न संस्कार संपन्न कराए गए तथा उसकी उपयोगिता भी लोगों को बताई गई। गुरुवार की शाम में पधारे उपजोनल प्रभारी महेश बादल ने नारी शसक्तीकरण की बात कही । कार्यक्रम के समापन पर क्षेत्रीय विधायक हरिशंकर खटीक ने कहा गायत्री परिवार के अंतर्गत समाज निर्माण के कार्य के जरिये अपनी भागीदारी जो राष्ट्र को समर्पित कर रहा है । वो अतुलनीय है।


नगर पालिका अध्यक्ष राम जी नायक ने भी गायत्री परिवार के किये जा रहे कार्यो की सराहना की।

गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी उर्मिला तिवारी एवं ट्रस्टी सुरेश दुबे ने बताया कि इस सारे आयोजन की रुपरेखा व जिम्मेदारी

"युवा प्रकोष्ठ "  के परिजनों की थी, जिसे उन्होंने बख़ूबी निभाया।


कार्यक्रम के अंत मे आभार प्रदर्शन जिला समन्वयक कमलापति शर्मा द्वारा किया गया। उन्होने बताया कि इस चार दिवसीय आयोजन में  हजारों श्रद्धालु एवं संपूर्ण जिले के कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की।



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