ग्राम पंचायतों द्वारा स्वच्छता में किये गये बेहतर कार्य के आधार पर जिले के ग्रामीण क्षेत्र को मिली टू-स्टार ग्रेडिंग

टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार

कलेक्टर  सुभाष कुमार द्विवेदी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सिद्धार्थ जैन के मार्गदर्शन में स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2023 में ग्राम पंचायतों द्वारा स्वच्छता में किये गये बेहतर कार्य के आधार पर जिले के ग्रामीण क्षेत्र को टू-स्टार ग्रेडिंग मिली है। इस उपलब्धि पर बधाई देते हुये कलेक्टर सुभाष द्विवेदी द्वारा सभी ग्राम पंचायतों से अपील की गई है कि ग्राम पंचायतों ने अच्छा कार्य कर जिले के लिए स्वच्छता के क्षेत्र में टू-स्टार रेटिंग अर्जित की है, सभी ग्राम पंचायतें इसे और आगे ले जाते हुए ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, घर-घर से कचरा संग्रहण एवं ग्राम स्तर पर अपशिष्ट के प्रबंधन की व्यवस्था करते हुए स्वच्छता के क्षेत्र में और बेहतर कार्य करें, इस हेतु प्रत्येक स्तर पर सतत और गंभीर प्रयास किये जायें।

ज्ञातव्य है कि भारत शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण-2023 कराया जा रहा है। इस हेतु जिलों के मध्य प्रतियोगिता स्थापित करने के लिए प्रत्येक जिले को स्टार रेटिंग दी जा रही है। अक्टूबर 2023 से प्रारंभ स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण में टीकमगढ़ जिले ने ग्राम पंचायत स्तर पर तेजी से स्वच्छता सुविधाओं के विस्तार तथा ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन करते हुए टू-स्टार ग्रेडिंग अर्जित की है। जिले में ग्राम स्तर पर व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्तर पर जन-जागरूकता का कार्य किया गया है। लोगों को प्रेरित करते हुए घरेलू स्तर पर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु कम्पोस्ट संरचनाओं का निर्माण कराया गया है एवं तरल अपशिष्टों के प्रबंधन हेतु नालियों सहित सोकपिट्स का निर्माण किया गया है। जिले के 180 से अधिक ग्रामों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन ने विस्तृत एवं साकार स्वरूप लिया है जिससे ग्राम ओडीएफ प्लस मॉडल की ओर अग्रसर हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता सुविधाओं को विस्तार देने हेतु ग्राम पंचायतें सतत प्रयास कर रही हैं। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के फेज-2 में ग्राम पंचायतें स्वच्छता में एक कदम आगे बढ़ाते हुए ठोस एवं तरल अपशिष्ट के प्रबंधन हेतु कार्य कर रहीं हैं। खुले में शौच की स्थिति को बंद रखने हेतु 2618 हितग्राहियों को मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान अन्तर्गत शौचालय का लाभ दिया जा रहा है। ठोस अपशिष्ट के प्रबंधन हेतु सामुदायिक स्तर पर कम्पोस्ट संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। अब तक इस दिशा में जिले में 1586 कम्पोस्ट संरचनायें ग्राम पंचायत स्तर पर निर्मित की गई हैं। इसके साथ ही घर-घर से कचरा संग्रहण हेतु भी प्रयास प्रारंभ किये गये हैं। ग्राम पंचायत बम्हौरी बराना, मालपीथा ने घर-घर से कचरा संग्रहण में आगे आकर कार्य किया है, जो अन्य ग्राम पंचायतों के लिए भी प्रेरणादायी है। अधिक जनसंख्या वाली ग्राम पंचायतों में ग्राम स्तर पर ही ठोस कचरे के प्रबंधन, पृथक्करण एवं निराकरण हेतु सेग्रीगेशन शेड्स का निर्माण किया जा रहा है, ताकि अपशिष्ट प्रबंधन के माध्यम से ग्राम स्तर पर ही व्यवस्थित तंत्र विकसित हो एवं ग्राम पंचायतें अपशिष्ट के माध्यम से आय अर्जित करने की स्थिति में आ सकें।

ग्राम पंचायतों में गंदे पानी के प्रबंधन हेतु ग्रे-वॉटर प्रबंधन के तहत सामुदायिक सोकपिट्स का निर्माण किया जा रहा है। जिले में अब तक 1895 सामुदायिक सोकपिट्स तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु बनाये गये हैं। ग्राम पंचायतों में गंदे पानी भरने के स्थलों, नालियों के मुहानों, शालाओं और आंगनबाडियों में सामुदायिक सोकपिट्स का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही 15वें वित्त योजना मद से ग्राम पंचायतों में नालियों के निर्माण से भी स्वच्छता की तस्वीर लगातार बदल रही है।



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