कार्यक्रम में बी.के.डॉ गोमती अग्रवाल, बी.के.आदर्श दीदी ने सी.आर.पी.एफ.के जवानो एंव उनके परिवारो को व्यसनमुक्ति एंव तनावमुक्ति के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की।
बी.के.रंजू दीदी ने द रेडिन्ट स्कूल में, डॉ भारती ने पोददार इन्टरनेशनल स्कूल में बच्चों को व्यसन मुक्ति से संबंधित प्रोग्राम कराए, एंव इसके अतिरिक्त कलेक्ट्रेट तथा किला गेट के सरस्वती शिशू मंदिर, माॅडल फाउंडेशन स्कूल, वीनस पब्लिक स्कूल, कन्या विद्यालय, हजीरा पुलिस थाना एंव किला गेट पुलिस थाना पर भी नशामुक्ति कार्यक्रम कराए गए।
बीड़ी,सिगरेट का धुआं केवल सिगरेट पीने वाले को ही नुकसान नही देता बल्कि उस के पास खड़े व्यक्ति के फेफड़ो को भी 70% नुकसान पहुंचाता हैं प्रतिवर्ष इस निष्क्रिय धुम्रपान से पूरे विश्व में 12 लाख लोगों की मृत्यु होती हैं।
अपने जीवनकाल में 50% बच्चे निष्क्रिय धुम्रपान के संपर्क में आते हैं तथा उसके कारण 65000 बच्चों की मृत्यु हो जाती हैं। गांव के लोग घरो में धुआं फैलाते हैं जिसके कारण घर के छोटे बच्चों को बार बार निमोनिया हो जाता हैं तथा वह असमय मृत्यु का शिकार बनते हैं।
इसलिए नशा को 'न' कहें।
अपने जीवन को वेहतर बनाये।
कार्यक्रम में बी.के. रूपा, बी.के. विनीता, बी.के. रीता, बी.के. सुरभि, बी.के. रोशनी सहित अन्य सेवाधारी उपस्थित रहे।
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