ग्वालियर मेला आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की मूल अवधारणा का प्रतीक है – मुख्यमंत्री चौहान

मुख्यमंत्री चौहान ने उदघाटन समारोह को किया वर्चुअली संबोधित 

केन्द्रीय मंत्री तोमर वर्चुअली और केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया प्रत्यक्ष रूप से हुए शामिल 

श्रीमंत माधवराव सिंधिया ग्वालियर व्यापार मेला का भव्य शुभारंभ 






ग्वालियर 7 जनवरी / मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ग्वालियर व्यापार मेला आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की मूल अवधारणा का प्रतीक है। ग्वालियर मेले में जहाँ एक ओर सैलानियों को एक ही प्लेटफार्म पर कई चीजें खरीदने का मौका मिलता है, वहीं व्यापारी आर्थिक लाभ कमाते हैं और स्थानीय लोगों को कई तरह से रोजगार मिलता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान शनिवार की शाम श्रीमंत माधवराव सिंधिया ग्वालियर व्यापार मेला के उदघाटन समारोह को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा मेले संस्कृति व सभ्यता के संवाहक होते हैं। सालों साल से ग्वालियर मेला इस परंपरा का निर्वहन करता आ रहा है। 

ग्वालियर मेला परिसर स्थित कला मंदिर रंगमंच पर आयोजित हुए मेले के भव्य उदघाटन समारोह में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी वर्चुअली रूप से जुड़े। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उदघाटन समारोह में प्रत्यक्ष रूप से शामिल हुए। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा, राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुरेश धाकड़, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर, बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष श्री मुन्नालाल गोयल, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश कुँवर सिंह जाटव, नगर निगम सभापति श्री मनोज तोमर, संत कृपाल सिंह तथा सर्वश्री अभय चौधरी, कौशल शर्मा, रामबरन सिंह गुर्जर व रमेश अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मंचासीन थे। 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोनाकाल के बाद लगे ग्वालियर मेले के प्रति लोगों में काफी उत्साह है। पहले पूरे मेले के दौरान लगभग 50 लाख सैलानी यहाँ आते थे। इस साल उम्मीद है कि सैलानियों की संख्या 75 लाख तक पहुँचेगी। राज्य शासन द्वारा इस साल भी ऑटोमोबाइल सेक्टर को बढ़ावा देने के लिये रोड टैक्स में 50 प्रतिशत छूट देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि पहले जहाँ एक हजार करोड़ रूपए का कारोबार मेले में होता था, वह बढ़कर 1500 करोड़ रूपए तक पहुँचने की संभावना है। साथ ही कहा कि माधव महाराज प्रथम द्वारा पशुओं की माँग की पूर्ति के लिए शुरू किए गए मेले में नए-नए आयाम जुड़ते गए और पूरे देश में इसकी ख्याति है। उन्होंने यह भी कहा कि मेले को और भव्यता प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। श्री चौहान ने यह भी कहा कि ग्वालियर में आईटी पार्क सहित अन्य औद्योगिक गतिविधियों का जिक्र करते हुए कहा कि ग्वालियर लगातार विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है। 

यह माह मध्यप्रदेश के लिये गोल्डन मंथ 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मौजूदा महीना मध्यप्रदेश के गोल्डन मंथ है। इस माह इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन व ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसे आयोजन हो रहे हैं। साथ ही खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन भी इसी माह होने जा रहा है। उन्होंने कहा ग्लोबल इन्वेटर्स समिट का फायदा ग्वालियर-चंबल अंचल को भी मिलेगा। 

साझा प्रयासों से ऐतिहासिक मेले की ऐतिहासिकता में चार चाँद लगायेंगे – केन्द्रीय मंत्री तोमर 

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बनारस से ग्वालियर व्यापार मेला के उदघाटन समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि केवल ग्वालियरवासी ही नहीं देश भर के कारोबारी व सैलानी ग्वालियर मेले का इंतजार करते हैं। उन्होंने कहा सभी के साझा प्रयासों से ऐतिहासिक ग्वालियर मेले की ऐतिहासिकता में और चार चाँद लगाने के प्रयास किए जायेंगे। श्री तोमर ने जानकारी दी कि कृषि के लिए प्रसिद्ध प्राचीन भारतीय परंपरा पंचमहाभूत के सिद्धांत को आगे बढ़ाने के लिए बनारस में अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन हो रहा है। इसका फायदा उन्नत खेती में मिलेगा। 

ग्वालियर मेले रूपी माला में कई प्रांतों की सभ्यता, संस्कृति व कारोबार समाहित है –  सिंधिया 

केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर का मेला केवल मेला भर नहीं है, यह फूलों की ऐसी माला है जिसमें मध्यप्रदेश सहित अन्य प्रदेशों की संस्कृति, सभ्यता, कला व व्यापार समाहित है। उन्होंने कहा आधुनिक ग्वालियर के संस्थापक माधव महाराज ने जहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई एवं पेयजल के क्षेत्र में ग्वालियर को उत्कृष्ट अधोसंरचना उपलब्ध कराई वहीं सन् 1905 में सागरताल प्रांगण से मेले की शुरूआत भी की। सन् 1918 से वर्तमान प्रांगण में यह मेला लग रहा है। मेले में लगातार नए आयाम जुड़े हैं। मेरे पिताश्री स्व. श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी ने इस मेले को दिल्ली के ट्रेड फेयर के सेटेलाइट सेंटर के रूप में विकसित कर इसे ट्रेड फेयर का रूप दिलाया। बाद में इसे प्राधिकरण का दर्जा भी दिलाया। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इस साल यह मेला नया कीर्तिमान स्थापित करेगा और आत्मनिर्भर भारत, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और आत्मनिर्भर ग्वालियर की विचारधारा को आगे बढ़ायेगा। 

मेले की गरिमा को बढ़ाने के लिए नए आयाम जोड़े जायेंगे –  सखलेचा 

मेले के उदघाटन समारोह में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने स्वागत उदबोधन दिया। उन्होंने कहा कि मेले की गरिमा को बनाए रखने के लिये विभाग द्वारा इसमें नए आयाम जोड़े जायेंगे। उन्होंने प्रदेश के औद्योगिक विकास को रेखांकित करते हुए कहा कि कृषि की तरह प्रदेश की इंडस्ट्रीयल ग्रोथ भी डबल होने की अपेक्षा है। 

इन्होंने भी विचार व्यक्त किए 

राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत की ग्वालियर मेला परंपरागत विशेषताओं के साथ आधुनिकता भी जुड़ गई है, जिससे मेले को और भव्यता मिली है। उन्होंने कहा कि केवल ग्वालियर-चंबल अंचल ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश को इस मेले का इंतजार रहता है। 

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि सिंधिया स्टेट द्वारा शुरू किए गए इस मेले के माध्यम से ग्वालियर की पहचान देश भर में स्थापित होती है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर में उत्कृष्ट वायुसेवा व रेल सेवा मिलने से निश्चित ही ग्वालियर का औद्योगिक वैभव फिर से लौटेगा। 

सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि ग्वालियर मेले में लोकल फॉर वोकल और आत्मनिर्भर भारत की थीम पर चलकर स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा दिया जाए। अतिरिक्त छूट देकर स्थानीय उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जा सकता है। 

समारोह में कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में मेला सचिव श्री निरंजन श्रीवास्तव ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती कादम्बरी आर्य द्वारा किया गया। 

उदघाटन के बाद केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया मेला घूमने भी पहुँचे 

मेले के उदघाटन समारोह के बाद केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मेला घूमने भी गए। उन्होंने इस दौरान पॉपकॉर्न का स्वाद चखा। वहीं मेले में लगे विभिन्न एम्पोरियम व दुकानों में भी पहुँचे और सभी को मेले की बधाईयाँ दीं। 











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