टीकमगढ़ जिला ब्यूरो प्रमोद अहिरवार
माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने और 11 देशों में 4 लाख 35 हजार किलोमीटर पैदल यात्रा करने वाले सामाजिक डैन्जर्स एडवेंचर्स स्पोर्ट्स लांगेस्ट वर्ल्ड टूर बॉय पहुंचे टीकमगढ़
टीकमगढ़ जिले में पहुंचने पर कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी ने माउंट एवरेस्ट पर्वतारोहियों के दल में शामिल जितेन्द्र प्रताप, महेन्द्र प्रताप, गोविन्दा नंद से कलेक्टर कक्ष में मुलाकात की तथा उनका उत्साहर्वधन किया। इस दौरान पर्वतारोहियों द्वारा विश्वशांति, पर्यावरण संरक्षण, वन संरक्षण, वन्य जीव संरक्षण, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ सड़क सुरक्षा, जल संरक्षण, स्वच्छ भारत के संदेशों के संबंध में चर्चा की गई। कलेक्टर श्री द्विवेदी ने दल के सदस्यों के अदम्य साहस तथा कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिये किये जा रहे कार्याें की प्रशंसा की। तत्पश्चात पर्वतारोहियों के दल के सदस्यों से कलेक्टर श्री द्विवेदी ने पर्यावरण सुरक्षा के लिये अन्य राज्यों एवं देशों में किये जा रहे कार्याें की जानकारी ली तथा उनके द्वारा युवाओं को संदेश देने के लिये पैदल यात्रा के माध्यम से संपर्क करने की सोच की सराहना की।
विश्वशांति विश्वपदयात्रा का मूल उद्देश्य विश्वशांति, पर्यावरण संरक्षण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, सड़क सुरक्षा*
पर्वतारोहियों के दल में शामिल जितेन्द्र प्रताप ने बताया कि विश्वपदयात्री माउण्ट ऐवरेस्ट पर्वतारोही डैन्जर्स एडवेंचर्स स्पोर्ट्स लांगेस्ट वर्ल्ड टूर बॉय ऑन फुट जर्नी के माध्यम से अब तक विश्व के 11 देशों में 4 लाख 35 हजार किमी की विश्वपदयात्रा हमारी टीम द्वारा की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इस विश्वशांति विश्वपदयात्रा द्वारा वर्ष 2018 में विश्वपदयात्रा के दौरान दुनिया की सबसे ऊँची चोटी माउण्ट ऐवरेस्ट की यात्रा सफलतापूर्वक सम्पन्न की गयी। माउण्ट ऐवरेस्ट की यात्रा करते समय हमने अपने एक साथी स्व. अशोक कुमार को वहीं खो दिया। इस विश्वशांति पदयात्रा के दौरान अब तक हमारे द्वारा 14 करोड़ 50 लाख पौधों का रोपण भी कराया जा चुका है।
पर्वतारोहियों के दल के महेन्द्र प्रताप ने बताया कि इस विश्वशांति विश्वपदयात्रा का मूल उद्देश्य विश्वशांति, पर्यावरण संरक्षण, वन संरक्षण, वन्य जीव संरक्षण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सड़क सुरक्षा, जल संरक्षण, स्वच्छ भारत, कोरोना कोविड-19 नशा उन्मूलन इत्यादि है। अब तक हमारी टीम द्वारा देश के समस्त प्रदेशों की विश्वशांति विश्वपदयात्रा करते हुए उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों की विश्वपदयात्रा करने के बाद देवभूमि उत्तराखण्ड के समस्त 13 जनपदों की विश्वपदयात्रा संपन्न करते हुए राजस्थान के संपूर्ण 33 जनपदों की यात्रा करके म.प्र. की ऐतिहासिक पावन भूमि के 52 जनपदों में से भिण्ड, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, श्योपुर, गुना, अशोक नगर, विदिशा, रायसेन, भोपाल, सागर, दमोह सहित जनपदों की यात्रा पूरी करते हुए बाकी समस्त जनपदों की यात्रा पूरी करना शेष है। पर्वतारोहियों श्री गोविन्दा नंद ने बताया कि इस विश्वशांति विश्वपदयात्रा की शुरूआत 30 जुलाई 1980 को जनपद लखीमपुर खीरी उत्तरप्रदेश के श्रीमान अवध विहारी लाल जी द्वारा की गई थी। वर्ष 1995 से इस टीम में ये सभी लोग जुड़े, अब इस टीम में 20 सदस्य हैं। इस विश्वशांति विश्वपदयात्रा का नाम गिनीज बुक, लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज है। यह विश्वशांति विश्वपदयात्रा देवभूमि उत्तराखंड, राजस्थान से होते हुए मध्यप्रदेश में आई है।
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