87 वीं त्रिमूर्ति शिवजयंती के उपलक्ष्य में शिव ध्वजारोहण का आयोजन


ग्वालियर : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के द्वारा आज 87वीं त्रिमूर्ति शिवजयंती (महाशिवरात्रि) के उपलक्ष्य में शिव ध्वजारोहण का कार्यक्रम स्थानीय सेवा केंद्र संगम भवन में आयोजित किया गया | कार्यक्रम में मुख्य रूप से बिजनेसमैन एवं समाज सेवी श्री पीताम्बर लोकवानी, फालका बाजार चर्च से फादर पवन डेविड, श्री राजू फ़्रांसिस, ब्रह्माकुमारी लश्कर की मुख्य प्रभारी राजयोगिनी आदर्श दीदी, बी.के. डॉ. गुरचरण सिंह, बी.के. प्रहलाद भाई उपस्थित थे |  

कार्यक्रम के शुभारम्भ में ब्रह्माकुमार प्रहलाद भाई ने कहा कि यह परमात्मा के दिव्य अवतरण का यादगार महाशिवरात्रि पर्व है इस पर हमें अपनी कमी कमजोरियां एवं बुराइयों का परमात्मा पिता को अर्पण कर उनसे दिव्य शक्तियों का वरदान लेकर स्वयं में धारण करना है | 


कार्यक्रम में पधारे श्री पीतांबर लोकवानी ने सभी को महाशिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दी और कहा कि हमारे घर में आपस में संबोधन ही जय भोले करके किया जाता है और परमात्मा शिव की याद से जब हम कोई कार्य की शुरुवात करते है तो निश्चित ही हमें सफलता प्राप्त होती है| 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री राजू फ्रांसिस ने कहा कि हम सभी अनेक प्रकार के सामाजिक कार्य जैसे कि स्कूल बनाना हॉस्पिटल आदि बनाना यहां वहां सभी कर रहे हैं अनेक प्रकार के बड़े बड़े कार्यक्रम आयोजन हो रहे हैं परंतु एक कमी जो महसूस की जा रही है वह है शांति की और प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में आकर हमें वह शांति का अनुभव होता है जिसे हमें अपने जीवन के हर क्षेत्र में लागू करना है| और इसके लिए उन्होंने संस्थान का दिल से धन्यवाद किया|

कार्यक्रम में पधारे हुए फादर पवन डेविड ने भी सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि परमपिता परमेश्वर ने हमें रचा उन्होंने कोई भेद भाव नहीं किया, इस सृष्टि पर सभी को सामान रूप से नर नारी का दर्जा दिया हम सभी उस पिता परमात्मा की संतान है हमारा धर्म अलग हो सकता है, मानने का विचार अलग हो सकता है| परंतु हमारा जो चाल चलन है विचार है वो एक है, शरीर की संरचना सबकी एक है, सभी ईश्वर के बनाये हुए है | जब हम इस संस्था में आते है शांति को पाने के लिए वहीँ शांति मुझे सब जगह फैलानी है |

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्थानीय सेवाकेंद्र प्रभारी आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी जी ने भी सभी को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएँ दी और कहा कि यह वह समय है जिस समय पिता परमात्मा इस धरा पर अवतरित होकर हमें दुखों से छुडाते है तथा सुख शांति का वर्सा देते है | जिसका यादगार हम महाशिवरात्रि मना रहे हैं| जिनका यादगार भारतवर्ष में द्वादश ज्योतिर्लिंग के रूप में है| परमात्मा ज्योति स्वरुप है, निराकार है, जन्म मरण से न्यारे है, दुःख हर्ता सुख कर्ता है, उन पर अक धतुरा चढ़ाना अर्थात् अपने अंदर की बुराई (काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार) जो जहर के समान है इनको परमात्मा को अर्पण कर उनसे अपने जीवन में दिव्यगुणों एवं शक्तियों की प्राप्ति करना | आपने कार्यक्रम के पश्चात सभी को राजयोग ध्यान के माध्यम से परमात्मा से जोड़ा एवं गहन शांति का अनुभव कराई| 

तत्पश्चात शिव ध्वजारोहण कर संस्थान के द्वारा महाशिवरात्रि को 87वीं त्रिमूर्ति शिवजयंती के रूप में मनाया गया| जो कि परमपिता परमात्मा शिव के अवतरण का सूचक है| कार्यक्रम के अंत में सभी भाई बहनों को प्रतिज्ञा भी कराई गई जहां हमें स्वच्छता का ध्यान रखना है विकारों से मुक्त रहना है और सभी को सहयोग देना है ताकि हम अपने जीवन को दिव्य श्रेष्ठ बना सकें | स्वयं की संपन्नता से देश की संपन्नता में सहयोग देने का दृढ़ संकल्प भी किया|

कार्यक्रम में जगदीश मकरानी, संतोष बंसल, माधवी, दीपा, बी.एम्.सोनी, आर.एस. वर्मा, पवन, रोशनी, जया, दिनेश, पंकज, भगवानदास, रीता, ममता सहित अनेकानेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे |

कार्यक्रम का कुशल संचालन बी. के. प्रहलाद भाई ने किया तथा आभार प्रदर्शन बी.के. डॉ. गुरचरण सिंह ने किया |

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