आज के दिन से सूर्य अपनी दिशा परिवर्तित करता है सूर्य दक्षिणी गोल से उत्तरी गोल में प्रवेश करता है। इस दिन को रात और दिन बराबर होते हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने जानकारी में बताया कि आज के दिन से सूर्य अपनी दिशा परिवर्तित करता है और सूर्य की सीधी किरणें पृथ्वी पर पहुंचेगी।इसी वजह से गर्मी का प्रकोप दिनो दिन बढ़ता चला जायेगा।
जैन के अनुसार अब दिन धीरे-धीरे बड़ा होता चला जाएगा जबकि रात छोटी हो जाएगी।यह परिवर्तन लगातार जारी रहेगा।
पृथ्वी को दो भागो में भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर विभाजित किया गया है उत्तरी गोलार्ध एवं दक्षिणी गोलार्ध यह विभाजन पृथ्वी की मध्य रेखा से किया है जिसे भूमध्य रेखा या विषुवत रेखा कहते हैं।
इसके उत्तरी भाग को उत्तरी गोलार्ध एवं दक्षिणी भाग को दक्षिणी गोलार्ध कहते हैं।
पृथ्वी उत्तरी गोलार्ध के 23.5 डीग्री उत्तरी अक्षांश रेखा को कर्क रेखा एवम दक्षिणी गोलार्ध के 23.5 डीग्री दक्षिणी अक्षांश रेखा को मकर रेखा कहा जाता है।
पृथ्वी सूर्य के चारों ओर परिभ्रमण करती है।
21 मार्च को सूर्य विषुवत रेखा पर लंबवत रहता है। इसे बसंत संपात कहते हैं।सूर्य को विश्वत रेखा पर लंबवत होने के कारण दिन और रात बराबर अर्थात 12-12 घंटे के होते हैं। 21 मार्च के बाद सूर्य उत्तरी गोलार्ध और सायन मेष राशि में प्रवेश करता है इस समय सूर्य के उत्तरी गोलार्ध में प्रवेश होने के कारण अब उत्तरी गोलार्ध वाले देश शहरों में दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगेंगे और रात धीरे धीरे छोटी होंगी उन देशों और शहरों में गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा और दक्षिणी गोलार्ध वाले देश, शहरों में राते बड़ी होगी दिन धीरे धीरे छोटे होते जायेगे वहा शर्दी बढ़ने लगेगी । यह क्रम 21 जून तक जारी रहेगा 21 जून को सबसे बड़ा दिन सबसे छोटी रात होगी। दिन का मन 13 घंटे 44 मिनिट और रात का मान 10 घंटे 15 मिनिट तक हो जायेगा।उसके बाद दिन छोटे होते जाते हैं और रात का समय बढ़ने लगता है।
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