संगीत की स्वरलहरियों से सराबोर हुआ जलबिहार
नलनाम सवंत्सर विदाई महोत्सव
ग्वालियर 21 मार्च / आकर्षक विद्युत सज्जा से सुसज्जित जलबिहार के तैरते सतरंगी रंगमंच पर मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम की आराधना...सहित कर्णप्रिय भजन, गीतों, पारम्परिक गीत, कविताओं एवं शास्त्रीय संगीत की स्वरलहरियों ने मंगलवार की शाम ऐसा समां बाधा कि शहरवासी एवं श्रोतागण संगीत की गहराईयों में खो गये। मौका था नगर निगम द्वारा संस्कार भारती के संयोजन में आयोजित नलनाम सवंत्सर विदाई महोत्सव का।
नगर निगम द्वारा प्रतिवर्ष की भांति नवसवंत्सर स्वागोत्सव महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन की श्रृंखला में पिंगलनाम नवसवंत्सर की पूर्व संध्या पर नलनाम सवंत्सर विदाई महोत्सव का आयोजन जलबिहार परिसर में किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ नगर निगम आयुक्त श्री किशोर कन्याल एवं राजा मानंिसह संगीत विश्वविद्यालय के कुलपति पंडित साहित्य कुमार नाहर सहित अन्य अतिथिगणों द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। नलनाम संवत्सर विदाई महोत्सव कर्यक्रम के अंतर्गत एवं स्वच्छता गीत श्रीमती अंकिता अनूप कैलासिया द्वारा प्रसतुत किया गया। वहीं अनिका म्यूजिमक सेन्टर (दिल्ली) द्वारा वाद्यवृन्द की प्रस्तुति दी गई। शास्त्रीय गायन की सुश्री अर्पिता वैशम्पायन (पुणे) कर्णप्रिय प्रस्तुति दी गई। श्री जयवन्त गायकवाड़ (ग्वालियर) द्वारा पखावज वादन की प्रस्तुति दी गई। इसके पश्चात श्री नीरज सक्सैना शिष्यवृन्द (भोपाल) द्वारा मनमोहक भरतनट्यम की प्रस्तुति दी गई। रात्रि की अंतिम प्रस्तुति अनन्त आस्था कला एवं शिक्षा समिति के कलाकारों द्वारा दी गई जिसमें भजनों व गीतों की प्रस्तुति दी गई।
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