कहते हैं कि ग्रह ही राज्य देते है ग्रह ही राज्य हर लेते है। सचराचर ग्रहों के ही अधीन है।
वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने अपना ज्यातिष आकलन करते हुए कहा कि 12 मार्च से 16 मार्च के बीच पांच ग्रह राशि बदलेंगे और सारे ग्रह शनि,राहू, केतू पाप ग्रहों के बीच मे भ्रमण करते हुए पापा ग्रहों से देखे जाएंगे।
श्री जैन के अनुसार शुक्र ग्रह 12 मार्च को प्रातः 08:27 बजे मीन से मेष राशि मे पहुँचेगा, चन्द्रमा 13 मार्च को रात्री 02:18 बजे तुला से बृश्चिक राशि मे, मंगल 13 मार्च को प्रातः 05:02 बजे वृष राशि से मिथुन में, सूर्य 15 मार्च को प्रातः 06:33 बजे पर कुंभ राशि को छोड़कर अपनी मित्र गुरु की राशि मीन मे गुरु के साथ पहुँचेगा, बुध 16 मार्च को सुबह 10:47 बजे कुंभ राशि से मीन राशि में पहुँचेगा।
इस प्रकार इस समय सभी ग्रह शनि, राहू, केतू के बीच मे भ्रमण कर रहे होंगे। मंगल पर केतू की दृष्टि रहेगी मंगल ग्रह का केतू व शनि से नवम पंचक योग और मंगल का सूर्य,बुध,गुरु से केंद्र योग राहू से त्रिएकादश योग रहेगा।
*घटना दुर्घटनाओं का अंदेशा* :- कही कही भूकंप, अग्नि,हिंसा,एक्सीडेंट जैसी प्राकृतिक घटनाये बढ़ेगी।
31 मार्च तक गुरु ग्रह के अतिचारी चाल चलते हुए 31 मार्च को पश्चिम दिशा में अस्त होने से *देश दुनियां पर असर*: - पूरे विश्व सहित खासकर पश्चिमी देशों में आतंकवाद,हिंसा,उत्पात बढ़ेगा और शासको के लिए विपत्ति बढ़ाएगा।
*मौसम का हाल :-* 23 मार्च से 15 अप्रेल तक का समय फिर कही आंधी,हवावेग से ओले,पानी से फसलों को हानि पहुँच सकता है।
*व्यापारकि वस्तुओ की तेजी मंदी* सोना,चांदी,दूध,घी, कोयला,लकड़ी,चावल,गेंहू, जौ,चना, में तेजी का रूख बन सकता है तेल, तिलहन,सरसों में मंदी संभव है।
*राशियों पर प्रभाव -* मेष, वृष,मिथुन,तुला को कष्ट। सिंह,वृश्चिक,धनु,मकर,कुंभ को सुख ,लाभ। कर्क,कन्या, मीन को सामान्य सुभ रहेंगे
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