साल का पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रेल को : ज्योतिषाचार्य डॉ.हुकुमचंद जैन

भारत में दिखाई नहीं देगा और न सूतक लगेगा

ग्वालियर। साल का पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रेल को पडने जा रहा है। पूर्ण सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा और ना ही इसका सूतक यहां लगेगा। यह सूर्य ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, पूर्व और दक्षिण एशिया, अंटार्कटिका और हिंद महासागर से देखा जा सकेगा।

इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लगने वाला है जोकि कई मायनों में खास होगा. सूर्य ग्रहण मेष राशि में लगेगा और गुरु मेष राशि में आकर सूर्य के साथ युति बनाएंगे. साथ ही पंचांग के अनुसार ग्रहण वैशाख अमावस्या के दिन लगने वाला है, जिसे बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

यह कंकण आकृति सूर्य ग्रहण होगा। इस दौरान सूर्य पर राहु की छाया रहेगी। यह ग्रहण मेष राशि में हो रहा है, इसमें चार ग्रहों का योग होने से भूकंप व प्राकृतिक आपदाएं बढ़ सकती हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ.हुकुमचंद जैन ने बताया कि साल का प्रथम सूर्य ग्रहण 20 अप्रेल को भारतीय समयानुसार सुबह 7.05 बजे प्रारंभ होगा और दोपहर 12.29 बजे तक रहेगा।

 वहीं 20 अप्रैल को लगने वाले सूर्य ग्रहण में एक ही दिन तीन तरह के सूर्य ग्रहण दिखाई पड़ेंगे। इसे वैज्ञानिक द्वारा ‘हाइब्रिड’ सूर्य ग्रहण कहा गया है। यहां आपको बता दें कि हाईब्रिड सूर्य ग्रहण वह होता है, जिसमें सूर्य ग्रहण आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार का मिश्रण होता है। ऐसा ग्रहण 100 साल में एक बार लगता है, इसमें सूर्य ग्रहण के समय चंद्रमा की धरती से न तो ज्यादा दूरी होती है और न ही कम।इस अद्भुत सूर्य ग्रहण में कुछ सेकंड के लिए एक वलय / रिंग जैसी आकृति बनती है। इसे 'अग्नि का वलय' या रिंग ऑफ फायर भी कहते हैं।

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