धरने का आज 11 वां दिन

जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन जारी रहेगा 

ग्वालियर 6 मई / दलित आदिवासी महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष दारा सिंह कटारे प्रांतीय उपाध्यक्ष महेश मदुरिया संभागीय महासचिव सीताराम खंडेल , अनुसूचित जाति जनजाति संगठनों का अखिल भारतीय परिसंघ के प्रांतीय प्रवक्ता जयंती लाल जाटव एडवोकेट दलित समाज परिषद के डीएन नार्वे सहरिया आदिवासियों के वरिष्ठ नेता प्रेम नारायण आदिवासी ने संयुक्त रूप से आज बताया कि कि हमारा अनिश्चितकालीन धरना 26 अप्रैल 2023 से कार्यालय कलेक्ट्रेट  ग्वालियर परिसर के मुख्य गेट पर दिया जा रहा है जो दलित आदिवासियों की मांगे हैं इसके लिए परिसंघ दलित आदिवासी महापंचायत दलित समाज परिषद और प्रांतीय अजाक्स भाजपा  और कांग्रेस के दलित नेताओं ने के द्वारा कई पत्र ज्ञापन कलेक्टर कमिश्नर सहित आदिम जाति कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव जनजाति कार्य विभाग मध्य प्रदेश के आयुक्त को वर्ष 2016-17 दिए जा रहे हैं की दवा के तत्कालीन सहायक आयुक्त जो वर्तमान में प्रभारी संभागीय उपायुक्त  ऊषा पाठक  तथा तत्कालीन और वर्तमान प्रभारी सहायक आयुक्त हरी बाबू शर्मा को फर्जी छात्रवृत्ति घोटालों में निलंबित किया जाए निष्पक्ष जांच हेतु जांच से पूर्व भ्रष्टाचार के माध्यम से दिए गए प्रभार से हटाया जाए पूर्व की कुछ शिकायतों की जांचों में दोनों ही अधिकारी दोषी है जांच रिपोर्ट शासन प्रशासन के घायलों में धूल खा रही हैं आज तक इनके विरूद्ध कार्रवाई नहीं की गई है परिसंघ और दलित आदिवासी महापंचायत ने अपने ज्ञापन ओं में स्पष्ट उल्लेख किया है की मांगों का निराकरण नहीं किया गया दोषियों को निलंबित नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा फिर भी शासन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई उसके बाद केंद्रीय तथा मध्य प्रदेश शासन के मंत्री गण और सांसद  को विज्ञापन शॉप पर गए हैं जिन पर सभी ने विभाग की मंत्री मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कलेक्टर और कमिश्नर ग्वालियर को दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखे हैं और ग्वालियर चंबल संभाग से तेरे को हटाने के लिए पत्र लिखे हैं फरवरी 2023 में दलित आदिवासी महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष दारा सिंह कटारे और संभागीय महासचिव सीताराम खंडेल परिसंघ के प्रांतीय प्रवक्ता जयंती लाल जाटव एडवोकेट के नेतृत्व में ने रैली निकालकर दोषियों को निलंबित करने और 22 मांगों के निराकरण करने हेतु कलेक्टर और कमिश्नर ग्वालियर को ज्ञापन सौंपा गए थे और मध्यप्रदेश शासन तथा मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजे गए थे ज्ञापन में उल्लेख किया गया था  कि 1 सप्ताह में कार्रवाई नहीं की गई और हमारी मांगों का निराकरण नहीं किया गया तो आंदोलन होगा जिसकी समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी आयुक्त ग्वालियर संभाग ग्वालियर ने ज्ञापन कार्रवाई के लिए चंबल संभाग के समस्त कलेक्टर और ग्वालियर संभाग के समस्त कलेक्टरों को पत्र लिखकर ज्ञापन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे फिर भी आज तक ग्वालियर चंबल संभाग के कलेक्टर द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई धरना देने से पूर्व भी ग्वालियर कलेक्टर महोदय से 2 दिन लगातार मिले थे उन्होंने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था लेकिन आश्वासन के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की गई हमारी सभी मांगों का जब तक निराकरण नहीं होगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा सहरिया विकास परिषद भी हमारे आंदोलन में शामिल हो गई है अच्छी बात है लेकिन कोई भी एक संगठन निर्णय नहीं लेगा यदि एक संगठन किसी प्रकार का कोई निर्णय लेता है तो उसे हम आंदोलन से अलग कर देंगे इसलिए सभी संगठनों के आंदोलनकारियों से भी अपील करते हैं की एकता का परिचय दें और अपनी-अपनी न चलाएं दलित आदिवासियों का सामूहिक मुद्दा है जब तक 22 समस्याओं का निराकरण नहीं होगा तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा हमें इस बात की खुशी है कि भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा ग्रामीण के जिलाध्यक्ष प्रेम नारायण आदिवासी भी आंदोलनों का समर्थन कर रहे हैं और धरने में भी बैठ रहे हैं यह आंदोलन तो वर्ष 2017-18 से चल रहा है और आगे भी चलता रहेगा हम संघर्षों के आदी हैं विरसा अंबेडकरवादी है हम कमेरा लोग हैं मेहनत मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं भूखे रहना भी हमें आता है यदि हमारी मांगों को शीघ्र नहीं माना गया और दोषियों को निलंबित नहीं किया गया और जो अधिकारी जांच में दोषी है को शीघ्र ही निलंबित नहीं किया गया तो अब हम अनिश्चितकालीन धरने को क्रमिक भूख हड़ताल में बदल देंगे जिसकी समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी जैसा आंदोलनकारियों ने बताया I 

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