डोंगरगांव के रहने वाले राज पाटीदार ने बताया कि मां शारदा ट्रेवल्स की बस में 40 से अधिक लोग सवार थे। पुलिस-प्रशासन से पहले डोंगरगांव और लोनारा के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। हमने बस के कांच फोड़कर घायलों को बाहर निकाला। घायलों को अपने संसाधनों से अस्पताल पहुंचाया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव से पांच मिनट पहले ही बस निकली थी। बस तेज रफ्तार में चल रही थी।
मौके पर एंबुलेंस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद हैं। आईजी राकेश गुप्ता ने बताया कि खरगोन के बेजापुर से इंदौर की ओर जा रही थी। रफ्तार तेज होने के कारण अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए पुल से नीचे जा गिरी। बस में 40 से अधिक यात्री थे। नदी सूखी होने के कारण अधिकतर यात्रियों को चोट लगी है, लेकिन 15 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई। रेस्क्यू जारी है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया जा रहा है।
एसडीएम ने बताया कि हादसा जिला मुख्यालय से करीब 34 किलोमीटर दूर ऊन थाना क्षेत्र के डोंगरगांव के समीप हुआ। फिलहाल बस चालक का पता नहीं चल पाया है। प्राथमिक जानकारी के मुताबिक ऐसा प्रतीत होता है कि ड्राइवर को नींद का झोंका आ गया था, तभी बस अनियंत्रित हो गई।
मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुर्घटना पर शोक व्यक्ति किया। मध्यप्रदेश सरकार ने खरगोन बस दुर्घटना में मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपए और मामूली रूप से घायलों को 25-25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
कमलनाथ ने जताया दुख
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया शोक जताया है। उन्होंने लिखा- ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है। राहत और बचाव दल को अपने अभियान में शीघ्र सफलता मिले, ऐसी प्रार्थना है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर दुख जताया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर हादसे को लेकर दुख जताया है। उनके ऑफिस ऑफ शिवराज ट्विटर हैंडल ने ट्वीट कर लिखा, मुख्यमंत्री शिवराज जी ने खरगोन जिले के डोंगरगांव और दसंगा के बीच हुई बस दुर्घटना में लोगों के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया एवं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति एवं घायलों के शीघ्र पूर्णत:स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
मध्यप्रदेश सरकार की ओर से शोकाकुल परिवारों को 4-4 लाख रुपए की राहत राशि, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार एवं सामान्य रूप से घायलों को 25-25 हजार की आर्थिक सहायता दी जाएगी। शासन द्वारा घायलों के निशुल्क इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है।
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