कलेक्टर कार्यालय ग्वालियर पर एससी एसटी के संगठनों द्वारा दिए जा रहे हैं अनिश्चितकालीन धरने को भारतीय भागीदारी आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने समर्थन दिया - विनोद पटेल


ग्वालियर 3 मई / एससी एसटी के सामाजिक संगठन जिनमें प्रमुख रूप से दलित आदिवासी महापंचायत अनुसूचित जाति जनजाति संगठनों का अखिल भारतीय परिसंघ सहरिया विकास परिषद दलित समाज परिषद भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा ग्रामीण के संयुक्त नोटिस पर 26 अप्रैल 2023 से कार्यालय कलेक्टर जिला गवालियर पर सर के मुख्य गेट पर 


अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है दलित आदिवासियों की तमाम समस्याएं है जिनके मांगों को निराकरण के लिए उपरोक्त संगठन वर्ष दो हजार अट्ठारह उन्नीस से निरंतर शासन प्रशासन को पत्र लिख रहे हैं ज्ञापन भेज रहे हैं आवेदन भेज रहे हैं कलेक्टर कमिश्नर को मुख्यमंत्री के नाम भी ज्ञापन भेजे गए हैं कुछ ज्ञापन तो वर्ष 2016 से भेजे जा रहे हैं लेकिन प्रशासन में बैठे दलित आदिवासी विरोधी अधिकारी दलित आदिवासियों की समस्याओं का निराकरण करने की बजाय आदिम जाति कल्याण विभाग की योजनाओं से इन वर्गों का कल्याण करने की वजह अपना कल्याण करने में लगे हुए हैं अपनी मांगों के निराकरण के लिए मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है तब प्रशासन के कानों पर जुआ नहीं रेंगा अब आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ा है आज धरने का आठवां दिन है धरने पर आज भारतीय जन भागीदारी आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर आंदोलनकारियों का हौसला अफजाई किया और अपना समर्थन दिया I 

 अभी तक कई सामाजिक संगठन दलित और आदिवासियों की मांगों का समर्थन करते हुए आंदोलन में सहभागिता निभा रहे हैं फिर भी प्रशासन के कान पर जूं नहीं लग रहा है आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी दोषी है जांचों में फिर भी उनको न तो हटाया जा रहा है ना ही उन्हें निलंबित किया जा रहा है कुछ मांग है खास महत्वपूर्ण है उनमें है अनुसूचित जाति के बंद किए गए आश्रमों को चालू किया जाए भाषाई शिक्षकों को नियमित किया जाए शासन से स्वीकृत छात्रावासों को चालू कर एससी एसटी के छात्र और छात्राओं को उनके अधिकारों से वंचित करने के आरोप में अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया जाए करोड़ों रुपए की छात्रवृत्ति मैं घोटाला करने वालों को सजा दी जाए सहरिया जाति के शिक्षित बेरोजगारों को शासकीय नियुक्ति दी जाए गलत तरीके से सभी नियम कानून को ताक पर रखकर हरी बाबू शर्मा प्राचार्य को साकेत जनजाति कार्य विभाग जिला ग्वालियर का प्रभार और उषा पाठक को संभागीय उपायुक्त का प्रभार गलत तरीके से दिया गया है उक्त दोनों को प्रभार से हटाने की मांग आदि मांगे सहरिया विकास परिषद और दलित आदिवासी महापंचायत के ज्ञापन परिसंघ के ज्ञापन अजाक्स के ज्ञापन के ज्ञापन दलित समाज परिषद के ज्ञापन भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के ज्ञापन कांग्रेस पार्टी के ज्ञापन और भी कई संगठनों को ज्ञापन जो प्रशासन शासन की फाइलों में धूल खा रहे हैं अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है सभी ज्ञापन ओं में उल्लेखित समस्याओं का निराकरण तत्काल किया जाए आज धरना स्थल पर काफी लोगों ने आकर समर्थन दिया और धरना स्थल पर अच्छी खासी भीड़ थी आंदोलनकारी नारे लगाकर हौसला अफजाई कर रहे थे आंदोलनकारियों से चर्चा करने पर बताया कि जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाएंगी जब तक आंदोलन समाप्त नहीं किया जाएगा हम तो सहरिया आदिवासी और दलित लोग हैं जो भूखे पेट रहकर भी काम करते हैं मजदूरी करते हैं शीघ्र दी मांगे नहीं मानी गई तो भूख हड़ताल भी कर सकते हैं ऐसा धरना स्थल पर बैठे कई लोगों से चर्चा करने पर आंदोलनकारियों ने बताया है भारतीय जनभागीदारी आंदोलन चलाने वाले अपनी कार पर माइक और पोस्टर लगाए हुए थे जिस पर जातिगत जनगणना का उल्लेख भी था भारतीय जन भागीदारी आंदोलन चलाने वालों से चर्चा की तो उन्होंने बताया किस जीव जंतु पशु पक्षी की जागरण सरकार कराती है गिनती कर आती है तो फिर sc.st.obc की गिनती क्यों नहीं कराई जा रही हम दोनों पर बैठे हुए आंदोलनकारियों की जांच मांगे हैं इसलिए हम इस आंदोलन को समर्थन देते हैं I 

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