धरना आंदोलन सातवें दिन भी जारी



प्रभारी मंत्री के निर्देशों के बाद भी दोषी अधिकारियों को  निलंबित नहीं किया गया  - महेश मदुरिया


2 मई  । दलित आदिवासियों के संयुक्त अनिश्चितकालीन धरना के आंदोलनकारियों की मांगों का निराकरण आज भी नहीं हो पाया जबकि मध्य प्रदेश शासन के जल संसाधन मंत्री जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट जी ने कलेक्टर को 1 मई को ही तत्काल निर्णय कर दोनों अधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए थे प्रभारी मंत्री के निर्देश आदेश भी बेअसर रहे अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है जबकि दोनों ही अधिकारियों को जिनमें आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रभारी सहायक आयुक्त का प्रभार हरी बाबू शर्मा जिनका मूल पद प्राचार्य है और संभागीय कार्यालय संभागीय उपायुक्त अनुसूचित जाति जनजाति कार्य विभाग संभाग ग्वालियर में नियमों के विरुद्ध पदस्थ है यह न तो सहायक आयुक्त हैं और ना ही सहायक संचालक है जिले के अधिकारी को संभाग के कर्मचारी को प्रभार देने की शक्तिया नहीं होती है  आदेश भी गलत तरीके से कर प्रभार दिया गया है इसी प्रकार श्रीमती ऊषा पाठक सहायक अनुसंधान अधिकारी जिनका मूल पद जिला संयोजक है और चंबल संभाग में पदस्थ है प्रभारी संभागीय उपायुक्त का प्रभार भी गलत तरीके से दिया गया है चंबल संभाग के अधिकारी कर्मचारी को चंबल संभाग का कमिश्नर केवल चंबल संभाग के जिलों का प्रभार दे सकता है या चंबल संभाग का प्रभार दे सकता है इसी प्रकार ग्वालियर संभाग का कमिश्नर ग्वालियर संभाग का प्रभाव दे सकता है लेकिन श्रीमती उषा पाठक को गवालियर का प्रभार गलत तरीके से दिया गया है जिसमें भ्रष्टाचार की बू आती है आज धरने पर दलित आदिवासी महापंचायत के प्रांतीय महासचिव महेश मधुरिया परिसंघ मध्यप्रदेश के प्रांतीय प्रवक्ता जयंती लाल जाटव एडवोकेट सहित तमाम दलित और आदिवासी के साथ-साथ सहरिया भाषाई शिक्षक भी धरने पर बैठे और नारे लगा रहे थे कि आदिम जाति कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित करो निलंबित करो भाषाई शिक्षकों को नियमित करो छात्रवृत्ति में घोटाला करने वालों को निलंबित करो जांच में दोषी  ऊषा पाठक और हरी बाबू शर्मा को निलंबित करो गलत तरीके से दिए गए परिवारों के आदेशों को निरस्त करो नरेश करो गले पर बैठे आंदोलनकारियों ने बताया कि जब तक हमारी सभी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक हमारा अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा साथी आंदोलनकारियों ने अनुसूचित जाति और जनजाति के बुद्धिजीवियों से अपील की है कि धरना स्थल पर उपस्थित होकर हमारा सहयोग करें धरने पर बैठकर हक अधिकार की लड़ाई मैं सफलता दिलवाए साथ ही धरना पर बैठे आंदोलनकारियों ने कहा कि यह धरना कोई राजनीतिक नहीं है यह धरना सामाजिक है इसलिए अधिकारी कर्मचारी भी धरने पर आमंत्रित हैं समय निकालकर आंदोलनकारियों का मनोबल बढ़ाएं
धरना स्थल से जारी
महेश मदुरिया
प्रांतीय महासचिव
दलित आदिवासी महापंचायत
जयंतीलाल जाटव
प्रांतीय प्रवक्ता
अनुसूचित जाति जनजाति संगठनों का अखिल भारतीय परिसंघ मध्य प्रदेश



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