पंचक के साथ सावन के पहले सोमवार की शुरुवात हर सोमवार में बनेगा विषेष योग

 इस साल सावन का महत्व कहीं अधिक है क्योंकि दो श्रावण मास है  ऐसा 19 साल पहले यानी साल 2004 में भी हुआ था, जब सावन 2 महीने का था।

वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने कहा पंचक के साथ इस बार के श्रावण के  सोमवार शुरु होंगे 06 जुलाई से पंचक प्रारंभ हुई थी जो सावन के पहले सोमवार 10 जुलाई की शाम को06:59 बजे तक रहेंगी।

हर सोमवार को इस बार कोई न कोई विशेष संयोग बनेगा।

इस बार सावन में कुल 8 सोमवार  हैं। पहला 10 जुलाई, सावन का दूसरा सोमवार 17 जुलाई, तीसरा सोमवार 24 जुलाई, चौथा सोमवार 31 जुलाई, पांचवा सावन सोमवार 7 अगस्त, छठा सावन सोमवार 14 अगस्त, सातवां सावन सोमवार 21 अगस्त, आठवां सावन सोमवार 28 अगस्त।

पहला सोमवार 10 जुलाई को पंचक में शुरू है पंचक में सोमवार की शुरुवात से शिव भक्तों व्रत,उपवास और साधना का पूरा पूरा  फल इस बार मिलेगा वही  अधिक मास के संयोग में अधिक सोमवार के व्रत होने से शिव जी की पूजा अर्चना आराधना लगातार एक माह की जगह दो माह तक चल सकेगी ऐसा  अवसर 19 वर्षो बाद मिल रहा है।

पहला सोमवार 10 जुलाई को पंचक में 

 दूसरा सावन सोमवार

 सोमवार 17 जुलाई  हरियाली अमावस्या के संयोग में  है इस दिन पूजा से पितृ पितृ  दोष, कालसर्प दोष शनि की पीड़ा शांत होती है।  

तीसरा सावन सोमवार

24 जुलाई  को  इस रवि और शिव योग का संयोग बन रहा है। मान्यता है कि शिव योग में की गई भोलेनाथ की पूजा हर कार्य में सफलता दिलाती है।

 चौथा सावन सोमवार

31 जुलाई  को सावन के चौथे सोमवार के दिन रवि योग बन रहा है। रवि योग में पूजा करने से मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी और धन में वृद्धि होती है।

 पांचवा सावन सोमवार

7 अगस्त 2023 को सावन के पांचवे सोमवार पर शूल और रवि योग का निर्माण हो रहा है। मान्यता है कि इस दिन पूजा और व्रत करने से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

 छठा सावन सोमवार

14 अगस्त  को  जिसे बहुत ही खास माना जा रहा है क्योंकि इस दिन सावन अधिक मास की शिवरात्रि भी है। इसके अलावा इस दिन सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है।

 सातवां सावन सोमवार

21 अगस्त को सावन के सातवें सोमवार के दिन नाग पंचमी है। साथ ही इस दिन शुभ, बुधादित्य योग का संयोग भी बन रहा है।

आठवां सावन सोमवार

सावन का आखिरी और आठवां सोमवार 28 अगस्त  को है। इस दिन पुत्रदा एकादशी, सोम प्रदोष व्रत, आयुष्मान योग का संयोग बन रहा है। इस दिन व्रत रखने वालों को शिव संग भगवान विष्णु की भी पूजा का पुण्य फल प्राप्त होगा।

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