महिला सरपंच नही आती पंचायत भवन,दलाल चला रहे सरपंची

रोजगार सहायक व सचिव जाते है सरपंच के घर फ़ाईलो पर दस्तखत लेने

aapkedwar news-अजय अहिरवार 

चन्देरा/हरकनपुरा- प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने बीते दिनो घोषणा की थी की जिस ग्राम पंचायत मे जो सरपंच निर्वाचित हुए है वही सरपंची चलायेगे यहाँ तक की यदि सरपंच महिला है तो उसका पति भी पंचायत मे नही जायेगा पंचायत के सभी कार्य भार महिला सरपंच ही देखेगी यदि महिला सरपंच के स्थान पर उसका पति या कोई रिश्तेदार या घर परिवार का सद्स्य पंचायत चलाता है तो सरपंची की कुर्सी जायेगी लेकिन  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणाए झूठी साबित हो रही है पंचायतो मे सरपंच कोई और है सरपंची कोई और चला रहा है दलाल इतने सक्रिय है की पंचायतो का पूरा काम सम्भाल रहे है और जमकर भ्रष्टचार कर रहे है सरपंच अपना कमीशन लेकर दूसरो से सरपंची चलवा रहे है जिससे ग्रामो की जनता परेशान हो रही है। ऐसा ही मामला जनपद पंचायत पलेरा की ग्राम पंचायत हरकनपुरा मे देखने को मिला है यहां के उप सरपंच अजय अहिरवार  व निर्वाचित पंचो ने जानकारी देते हुए बताया की महिला सरपंच रीता राय कभी पंचायत भवन नही आती है  या तो कभी कभी इनके पति पंचायत मे आते है य कोई रिश्तेदार आते है और दबंगाई दिखाते है लोगो को अपने काम करवाने के लिये सरपंच के घर के चक्कर लगाने पड़ते है। सबसे बड़ी बात तो ये है की ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक,सचिव भी सरपंच के घर पर बैठकर ही कार्य करते है जब से चुनाव हुआ है आज तक सरपंच,सचिव ने पंचायत भवन मे बैठकर किसी कार्य की रूप रेखा तक नही बनाई है सभी काम सरपंच के घर पर ही बैठकर करते है जब कभी सचिव सरपंच के घर आते है तो ग्राम पंचायत के उप सरपंच या निर्वाचित सद्स्य को भी आपने आने की सूचना नही देते है जिससे लोगो को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है सचिव ने यहाँ पर दलाल सक्रिय कर रखे है आवास के पैसे लेने के लिये भी यदि किसी को समग्र आईडी मे नाम जुड़वाना हो तो दलालो को 100 से 150 रूपये देने पड़ते है kyc कराना हो तो 50 रूपये देने पड़ते है यदि कोई ग्रामीण सचिव से कहे की हमारा समग्र मे नाम जुड़ना है तो सचिव साहब अपनी चिन्हित दुकान पर जाने का रास्ता बताते है इनका कहना यही होता है की हमारे पास नाम जोड़ने के लिये पासवर्ड नही है इस प्रकार की लूट ग्राम पंचायत मे मची हुई है पंचायत के निर्वाचित पंचो ने प्रशासन से अपील की है की यहाँ पर पदस्थ सचिव महेश प्रशाद को हटाया जाये और सरपंच पर उचित कार्यवाही की जाये यदि ऐसा नही होता है तो लगभग 15 सद्स्य और उप सरपंच अपने पद से त्याग पत्र देने के लिये बाध्य होगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

इनका कहना है-

मैं प्रतिदिन पंचायत में उपस्थित रहता हूं पंचायत भी खोली जाती है आज मैं ग्राम पंचायत स्यावनी  में समीक्षा बैठक में शामिल हूं इसलिए पंचायत बंद है।और मैं सरपंच से हस्ताक्षर  पंचायत में ही बुलाकर करवाता हूं। जहां तक बात आईडी सुधारने के पैसों की और ईकेवाईसी में मांगी जाने वाले पैसों की है तो वह हमारे द्वारा नहीं की जाती है यह तमाम काम ग्राम में खुले सीएससी सेंटर द्वारा किए जाते हैं।

महेश प्रताप सिंह ठाकुर

 पंचायत सचिव ,हरकनपुरा,जपं पलेरा

आज ग्राम पंचायत स्यावनी में समीक्षा बैठक बुलाई गई है जिसमें मेरे सामने ही सचिव हरकनपुरा बैठे हैं वैसे पंचायत भवन में ही सारे काम होने चाहिए।

सिद्धगोपाल वर्मा

कार्यपालन अधिकारी जपं जतारा एवं पलेरा।

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