पूर्णिमा तिथि के साथ ही भद्रा काल आरंभ हो जाएगा
शास्त्रों में भद्रा काल में राखी बांधना और होलिका दहन करना निषेध माना गया है
ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुम चंद जैन ने बताया कि 30 अगस्त बुधवार को पूर्णिमा तिथि 10:58 पर प्रारंभ हो जायेगी।भद्रा भी इसी के साथ प्रारंभ हो जायेगी Iभद्रा काल रात 09 बजकर 02 मिनट तक रहेगा।इस समय के बाद ही राखी बांधना धर्म सिंधु शास्त्र के अनुसार उचित रहेगा
वैसे तो राखी बांधने के लिए दोपहर का समय शुभ होता है ऐसे में इस बार 30 अगस्त के दिन भद्रा काल के कारण राखी बांधने का मुहूर्त सुबह से लेकर रात्रि 09:01 बजे तक का समय शुभ नहीं होगा। उस दिन रात में ही भद्रा के बाद राखी बांधने का मुहूर्त है जो 31 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक है, इस समय भद्रा का साया नहीं है इसलिए बहिनें अपनी भाईयो की कलाई पर 30 अगस्त की रात्रि भद्रा के बाद 09:01 के बाद से 31 अगस्त को भी सुबह-सुबह पूर्णिमा तिथि के रहते 07:05 बजे तक राखी बांध सकती हैं।
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