काम विजय ही महारास की लीला है - दीपा मिश्रा

 रविकांत दुबे
 


 ग्वालियर /  सिद्ध पीठ श्री गंगा दास जी की बड़ी शाला  जगतगुरु पूर्ण बैराठी पीठाधीश्वर स्वामी श्री रामसेवक दास जी महाराज के सानिध्य में चल रही श्री मद भागवत कथा में श्री धाम वृन्दावन से पधारी परम पूज्या दीपा मिश्रा ( राधा माधव आश्रम ) मे महारास की कथा सुनाई महारास में प्रभु ने गोपियों के अज्ञान का हरण किया है जिसके जीवन के सभी प्रकार के विकार नष्ट हो जाते है उसी को रास में प्रवेश मिलता महारास को समझ ने के लिए गोपी भाव हृदय में आना चाहिए जब भगवान भोले नाथ ने रास में प्रवेश करना चाहा तो उनको भी गोपी बनना पड़ा प्रभु में गोपियों में समस्त मनोरथो को पूर्ण किया कथा में कंश का उधर प्रभु ने किया और उद्धव गोपी के प्रशंग के माध्यम से बताया की जीवन में ज्ञान के साथ प्रेम होना भी अनिवार्य है भगबान के उद्धव के ज्ञान के अभिमान को दूर करने के लिए वृन्दावन भेजा और बाहा गोपियों के बीच रहकर प्रेम सरोवर में गोते लगाए और कथा में कृष्ण रुक्मणि जी का विवाह बहुत ही धूम धाम से मनाया गया और कथा के बाद वृन्दावन के कलाकारों द्वारा सुन्दर रास लीला की गई इसमें सुन्दर मोर नृत्य एवं राधा कृष्ण का भाव नृत्य देख सभी श्रोताओ का मन मुग्द हो गया  एवं गोवर्धन  डाकू की लीला की गई जिसमें कर्मेति भाई की भक्ति से प्रभावित होकर   डाकू भी भगवान का परम भक्त बन गया अवशर पर श्री मुन्ना लाल जी गोयल ( केवनेट मंत्री दर्जा )ने ठाकुर जी का पूजन किया एवं श्री ललित कुमार जी खण्डेलवाल रिद्धि सिद्धि गणेश मंदिर ,इंजिनियर राजेश जी नायक,रवि आनंद गोड़,अवनीश ललित गोड़,रूही, उपाध्याय, सुभाष अग्रवाल आदि भक्त उपस्थित रहे I 

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