कैट का प्रान्तीय अधिवेशन 6 एवं 7 जनवरी को ग्वालियर में

आयोजन की तैयारियों पर चर्चा करने हेतु कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खण्डेलवाल ग्वालियर आये 

राष्ट्रीय कार्य समिति एवं प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आयोजन की रूप रेखा पर सुझाव मांगे

कैट के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द जैन ने ऑन लाइन रहकर आयोजन की तैयारियों के संबंध में अपनी  बात रखी

ग्वालियर 2अक्टूबर। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खण्डेलवाल ने कहा कि ग्वालियर में कैट का संगठन बहुत ही मजबूत और सक्रिय है। अतः इस वर्ष का प्रान्तीय अधिवेशन 6 एव 7 जनवरी को ग्वालियर में आयोजित होगा। अधिवेशन की तैयारियों को लेकर उन्होंने होटल रॉयल-इन में राष्ट्रीय कार्य समिति एवं प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर कैट के  जिला अध्यक्ष दीपक पमनानी ने राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खण्डेलवाल जी का स्वागत किया। 

श्री प्रवीन खण्डेलवाल ने कहा कि दो दिवसीय इस अधिवेशन में व्यापार में आ रही चुनौतियों, व्यापार में स्वीकार की जाने वाली टेक्नोलोजी, नये व्यापार के क्या-क्या तरीके हो सकते है,ं उन सब पर गहन मन्थन होगा। इस अधिवेशन में मध्यप्रदेश के 500 प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन ऑन लाइन जुडे थे और उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से  ग्वालियर कैट की कर्मस्थली है और व्यापारिक हितों को लेकर प्रान्तीय अधिावेशन यादगार होगा। इस अवसर पर कैट के सेन्ट्रल जोन चेयरमैन मुकेश अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक गोयल, प्रदेश महामंत्री रवि गुप्ता, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती कविता जैन,,प्रदेश सचिव ललित नागपाल, श्रीमती निरूपमा मालपानी, श्रीमती बबिता डाबर आदि ने आयोजन को लेकर अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये। 

इस प्रान्तीय अधिवेशन के लिये आकाश जैन को संयोजन एवं राहुल अग्रवाल को सह-सयोजन बनाया गया है। बैठक का संचालन कैट के महामंत्री मनोज चौरसिया ने किया। जबकि आभार प्रदर्शन ललित नागपाल ने माना। इस अवसर पर राजस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज गोयल एवं दिल्ली से आये श्री रंजीत खाडी, सत्येन्द्र वाधवा मुकेश तुली, श्रीमती साधना शाडिल्य, अंशुल गुप्ता, कैट के कोषाध्यक्ष राहुल अग्रवाल, प्रतीक अग्रवाल, उदित चतुर्वेदी, मुकेश अग्रवाल राज टाकीज वाले, अमित अरोरा, शिवपुरी से पधारे प्रदेश संयुक्त सचिव सिदार्थ लडढा आदि उपस्थित थे।

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