नरक चतुर्दशी दो दिन 11,12 को

नरक चतुर्दशी दीपोत्सव का दूसरा दिन रहता है जिसे रूप चौदस भी कहते हैं।

ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया इस बार दो दिन रहेगी 11 नवम्बर को दोपहर 13:57 बजे चतुर्दशी प्रारंभ होकर 12 को दोपहर 14:44 बजे तक रहने से जो मृत्यु के देवता यमराज , मां काली,और श्री  हनुमान जयंती मानते हैं  उन्हें 11 नवम्बर को शाम के प्रदोष काल में यम दीपदान शाम 0547 बजे से 07:44 बजे तक करना चाहिए।

और जो श्री कृष्ण के रूप की पूजा करते हैं रूप सभालते है उन्हे उदया चतुर्दशी में 12 नवम्बर को सूर्योदय से पहले हल्दी सरसों के तेल से शरीर का उबटन कर स्नान प्रातः 0521 बजे से 06:33 बजे तक  करना चाहिए।

इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है और सभी तरह के संकटर दूर होते हैं। इसीलिए इस दिन अभ्यंग स्नान का महत्व बढ़ जाता है। वहीं नरक चतुर्दशी या रूप चौदस के दिन रूप निखारा जाता है, जिसके लिए प्रात: उदय तिथि ही ग्रहण करेंगे ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Featured Post

बेफिक्र रहिये ! न कोई कटेगा और न कोई बटेगा

आखिर होसबोले  भी वो ही बोले जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  पिछले कई महीनों से लगातार बोलते आ रहे हैं।  दोनों की  बोली और शब्...