धनतेरस और दिवाली के पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र को सबसे शुभ माना जाता है इस का बेसब्री से इंतजार रहता है। इसे कार्तिक पुष्य नक्षत्र कहते हैं। इस नक्षत्र में धनतेरस और दिवाली की अधिकांश खरीदारी कर ली जाती है।
वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने जानकारी में बताया कि 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को ज्योतिष शास्त्र में बेहद शुभ कहा है यह नक्षत्र सभी नक्षत्रों का राजा है जैसे जंगल के जानवरो में शेर ।
पुष्य नक्षत्र में ज्वैलरी ,इलेक्ट्रॉनिक उपकरण,कपड़े,जमीन,भूमि,मकान, वाहन खरीदारी, जीर्ण,ग्रह प्रवेश करना, निवेश करना लंबे समय तक सुख, लाभ देता है जीवन में धन-समृद्धि बढ़ती है। शनि और रवि पुष्य नक्षत्र का योग बनना तो बेहद ही शुभ होता है।
इस में खरीदारी के अलावा रविपुष्य नक्षत्र यंत्र,मंत्र, तंत्र और जड़ी बूटी ग्रहण करने के लिए भी विशेष फलदाई होता है।इस बार दीपावली से पहले लगातार शनि और रविवार को यह नक्षत्र रहेगा जो इस बार दुर्लभ संयोग बनाने जा रहा है।
4 नवम्बर शनिवार को शनि पुष्य 5 नंवबर रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र बन रहा है। दिवाली से पहले बन रहा यह शनि, रवि पुष्य योग धन-समृद्धि पाने का सुनहरा मौका है। इस दिन खरीदारी और निवेश करना बहुत शुभ रहेगा। साथ ही रवि पुष्य योग में किए गए कुछ उपाय बहुत लाभकारी साबित होते हैं।
श्री जैन के अनुसार खास बात ये है कि इस दिन एक साथ कई अन्य शुभ योग भी बन रहे हैं। 4 नवंबर शनिवार के दिन शनि पुष्य के साथ बुधादित्य योग, पराक्रमी योग और साध्य योग वहीं 5 नवंबर रविवार को रवि पुष्य के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग ,पराक्रमी योग, बुधादित्य योग और शुभ योग बन रहा है। इस शुभ संयोग पर महालक्ष्मी के साथ अपने कुलदेव या आराध्य की पूजा करने से महालक्ष्मी का वास घर में बना रहता है।
कब से कब तक पुष्य नक्षत्र रहेगा
4 नवंबर, शनिवार को सुबह 7:57 मिनट से शुरु होकर पुष्य नक्षत्र 5 नंवबर रविवार सुबह 10:30 मिनट तक रहेगा।
*दीपावली से पहले शुभ कार्य करने और खरीददारी के अन्य योग*
*धन त्रियोदशी:-* 10 नवम्बर को
*सर्वार्थ सिद्धि योग* :- 1,3,5,11 नवम्बर को।
*रवि योग :-* 3 को
*त्रिपुष्कर योग:-* 4 को
*सुख, समृद्धि प्राप्त करने और जीवन में आ रही वधाओ को दूर करने के उपाय।*
जैन ने ज्योतिष के अनुसार इस नक्षत्र में जीवन को उन्नति के कुछ कारगार उपाय बताए।
अगर शनि के प्रकोप से आप परेशान हैं या शनि की ढैय्या, शनि की साढ़ेसाती और शनि की महादशा से जो लोग पीड़ित हैं, तो इस दिन सरसों का तेल रोटी पर लगाकर कुत्ते को खिलाएं।
इस नक्षत्र में दूध का दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है
पुष्य नक्षत्र के दिन अपने घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर हल्दी से स्वास्तिक बनाकर उनके बीच में कुमकुम से बिंदी लगाएं।
इस दिन दक्षिणावर्ती शंख और श्रीयंत्र की विधि के अनुसार पूजा करने और घर में धन-धान् सुखों के लिए एकाक्षी नारियल को एक लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या मंदिर में रखें।
अगर किसी के विवाह होने में बाधा आ रही है तो कच्ची हल्दी की गांठ पीले कपड़े में बांध कर अपने हाथ की भुजा में बांधे।
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